मोदी के राम का नाम लेने पर भड़की कांग्रेस
फैजाबाद में नरेंद्र मोदी का भगवान राम और अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के पोट्रेट के आगे खड़े होकर भाषण देने से विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने जनसभा में अपने भाषण के दौरान कई बार भगवान राम का उल्लेख किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के रामराज्य की परिकल्पना को बताया।
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। फैजाबाद में नरेंद्र मोदी का भगवान राम और अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के पोट्रेट के आगे खड़े होकर भाषण देने से विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने जनसभा में अपने भाषण के दौरान कई बार भगवान राम का उल्लेख किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के रामराज्य की परिकल्पना को बताया। राम का नाम लेकर संप्रग सरकार पर हमला भी बोला लेकिन भगवान का नाम लेकर न वोट मांगा-न ही राम मंदिर निर्माण के संबंध में कोई आश्वासन दिया। राम का नाम लेने की कांग्रेस की आपत्ति के कुछ ही घंटों बाद चुनाव आयोग ने फैजाबाद के प्रशासन से मोदी के भाषण के फुटेज मांगे। फुटेज देखने के बाद कार्रवाई करने के बारे में कोई फैसला किया जाएगा।
फैजाबाद से कुछ ही किलोमीटर दूर अयोध्या राम मंदिर आंदोलन का केंद्र रहा है और वह इलाका भी उसी संसदीय सीट के अंतर्गत आता है-जहां के प्रत्याशी के लिए नरेंद्र मोदी प्रचार करने गए थे। मोदी ने यहां की सभा में कहा, भगवान राम की जन्मभूमि पर रहने वाले लोग कांग्रेस को चुनावी वादे पूरे न करने के लिए सबक सिखाएं। इसके लिए उन्होंने ..प्राण जाए पर वचन न जाई, वाली रामायण की चौपाई का भी उल्लेख किया। सपा और बसपा को भी निशाने पर लेते हुए मोदी ने कहा कि ये दल लखनऊ में तो दुश्मन हैं लेकिन दिल्ली जाकर दोस्त बन जाते हैं। इन्होंने साथ मिलकर दिल्ली की सरकार को चलाया जिससे देश की दुर्दशा हुई। दोनों दलों ने मां-बेटे की सरकार को बचाए रखा तो कांग्रेस इनके नेताओं को सीबीआइ से बचाए रही। दोनों दलों के शासन में उत्तर प्रदेश की हालत बदतर होती चली गई। स्थिति यह है कि लोग अपने बूढ़े माता-पिता का इलाज कराने और बच्चों को पढ़ाने की जगह सुरक्षा के लिए बंदूक लेना जरूरी समझते हैं। मोदी ने कहा, भगवान राम की धरती से एलान करता हूं कि जब तक सांस है तब तक भ्रष्टाचार से लड़ता रहूंगा।
'भाजपा का चुनाव के दौरान राम मंदिर का मामला उठाना शर्मनाक है। चुनाव आयोग को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।'
- कपिल सिब्बल, केंद्रीय मंत्री