कांग्रेस है एक 'खूनी पंजा', इससे रहना होगा सावधान: मोदी
भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कांग्रेस को 'खूनी पंजा' बताया है। उन्होंने आंध्र प्रदेश में कहा कि जब मतदाता वोट डालने जाएं तो खूनी पंजे को न भूलें, जिसने लोगों पर गोलियां चलाई। मोदी ने लोगों से पूछा, 'क्या आप उस पार्टी को वोट देंगे, जिसने 1100 लोगों की जिंदगी छीन ली। वे आपके लिए
नई दिल्ली। भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कांग्रेस को 'खूनी पंजा' बताया है। उन्होंने आंध्र प्रदेश में कहा कि जब मतदाता वोट डालने जाएं तो खूनी पंजे को न भूलें, जिसने लोगों पर गोलियां चलाई। मोदी ने लोगों से पूछा, 'क्या आप उस पार्टी को वोट देंगे, जिसने 1100 लोगों की जिंदगी छीन ली। वे आपके लिए कुछ नहीं कर सकते। चुनाव के दौरान उन पर भरोसा करने की जरूरत नहंी है।'
उन्होंने महाराष्ट्र के नंदुरबार में जनसभा के दौरान कांग्रेस पर भाजपा के खिलाफ अफवाहें फैलाने का आरोप भी लगाया। धुले रैली में मोदी ने गरीबों की परेशानियों को लेकर अपनी समझ को साबित करने के लिए बताया कि उनकी मां लोगों के घरों में बर्तन साफ करती थीं, जबकि वह खुद जीवन-यापन के लिए चाय बेचते थे। मोदी 2 मई को सीमांध्र में छह रैलियों में शिरकत करेंगे।
मोदी तेलंगाना गठन के तरीके से सहमत नहीं हैं। एक दशक बाद तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के साथ मंच साझा कर रहे मोदी ने हैदराबाद में कहा कि केंद्र सरकार न सिर्फ तेलंगाना के लिए लड़ रहे 1100 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार है, बल्कि उसने राज्य की आत्मा को भी आहत किया है। इस दौरान उन्होंने लोगों को 'खूनी पंजा' से सावधान रहने को कहा।
मोदी ने नवंबर में छत्तीसगढ़ की एक रैली में भी कांग्रेस को खूनी पंजा कहा था, जिस पर चुनाव आयोग ने सख्त एतराज जताया था। आंध्र प्रदेश के निजामाबाद में मोदी ने गांधी परिवार पर पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के योगदान को दरकिनार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राव का शासनकाल सबसे अच्छा माना जाता है, लेकिन उनका नाम किसी योजना में नहीं है। यहां तक कि यह परिवार उनकी जयंती या पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि तक नहीं देता।
महाराष्ट्र के नंदुरबार में उन्होंने कहा, 'कांग्रेस कह रही है कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो समान नागरिक संहिता लागू कर दी जाएगी और आदिवासियों के अधिकार छीन लिए जाएंगे। मैं उनसे कहूंगा कि इस तरह की झूठी बातें फैलाना बंद करें। उन्हें तमाम अधिकार राजनीतिक दलों ने नहीं, बल्कि डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने दिए हैं।' कांग्रेस ने उनके लिए कुछ नहीं किया।
अटलजी की सरकार ने आदिवासियों के हितों के लिए अलग से एक मंत्रालय बनाया और अलग बजट आवंटन किया। धुले रैली में उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण की चुनौती पर कहा कि मुझे बहस की चुनौती देने के बजाय उन्हें लोगों को बताना चाहिए कि महाराष्ट्र के किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए गुजरात क्यों जाना पड़ता है।
नई दिल्ली में बातचीत के दौरान उन्होंने कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी से मुलाकात के लिए किसी को भेजने की मीडिया रिपोर्ट पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि गिलानी से मिलने के लिए उन्होंने अपना कोई दूत नहीं भेजा।
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