अपना वोट बंटने न दें मुसलमान: मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए मुसलमानों से एकजुट रहने का आह्वान किया है। चेताया कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकना चाहते हैं तो मुसलमान अपना वोट बंटने न दें। किसी एक के पक्ष में खड़े हों, हो सके तो बसपा को मतदान करें। उनकी पार्टी ही भाजपा के प्रधानमं˜
वाराणसी, जागरण संवाददाता। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए मुसलमानों से एकजुट रहने का आह्वान किया है। चेताया कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकना चाहते हैं तो मुसलमान अपना वोट बंटने न दें। किसी एक के पक्ष में खड़े हों, हो सके तो बसपा को मतदान करें। उनकी पार्टी ही भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को रोक सकती है।
शुक्रवार को गौराकला गांव में आयोजित चुनावी जनसभा में मायावती ने कहा कि बसपा की ताकत से भाजपा समेत अन्य पार्टियां घबरा जाती हैं। वजह है कि बसपा ही सर्व समाज को एक साथ लेकर चलती है। पार्टी का बेस वोट बेहद मजबूत है। इसमें मुसलमानों समेत अन्य अल्पसंख्यक यानी सिख, इसाई, जैन आदि का वोट मिल जाए तो पार्टी किसी भी बड़ी सांप्रदायिक ताकतों को पराजित कर सकती है। उन्होंने सोशल इंजीनियरिंग पर बल देते हुए स्वर्णो व अन्य धर्मो के गरीबों को भी शिक्षा व नौकरी में आरक्षण देने की वकालत की। उन्होंने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर जहां प्रदेश सरकार को घेरा, वहीं घोटालों पर कांग्रेस पर बिफरीं। उन्होंने कहा कि केंद्र में सरकार बनाने के बाद ही प्रदेश का वास्तविक विकास होगा। मायावती ने कहा कि उनके प्रधानमंत्री बनने की संभावना ज्यादा है। वजह है कि लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने वाला। ऐसे में संप्रग व राजग के अलावा बसपा ही ऐसी पार्टी है जो सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।
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