ब्रिटेन-फ्रांस सीमा पर सिखों ने चलाया लंगर, ट्रक ड्राइवरों को दिए फूड पैकेट और पिज्‍जा

ब्रिटेन में नए कोरोना वायरस के आने के बाद से फ्रांस की सीमा को बंद कर दिया गया है। यहां पर सैकड़ों ट्रक फंस गए हैं। इन ट्रकों के ड्राइवरों को खाने की दिक्कत होने के बाद सिख संगठनों ने लंगर शुरू कर दिया है।

By Arun kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 24 Dec 2020 07:33 PM (IST) Updated:Thu, 24 Dec 2020 07:33 PM (IST)
ब्रिटेन-फ्रांस सीमा पर सिखों ने चलाया लंगर, ट्रक ड्राइवरों को दिए फूड पैकेट और पिज्‍जा
लंगर के साथ ही रेस्टोरेंट से ट्रक ड्राइवरों के लिए फूड पैकेट दिए गए

 लंदन, एएनआइ। ब्रिटेन में नए कोरोना वायरस के आने के बाद से फ्रांस की सीमा को बंद कर दिया गया है। यहां पर सैकड़ों ट्रक फंस गए हैं। इन ट्रकों के ड्राइवरों को खाने की दिक्कत होने के बाद सिख संगठनों ने लंगर शुरू कर दिया है। लंगर के साथ ही रेस्टोरेंट से ट्रक ड्राइवरों के लिए फूड पैकेट दिए गए हैं। सिखों की अपील पर एक हजार पिज्जा भी ड्राइवरों के लिए भिजवाए गए हैं। नए कोरोना वायरस को लेकर सावधानीवश फ्रांस ने अपनी सीमा को बंद कर दिया है। इस कारण सैकड़ों ट्रक सीमा पर खड़े हो गए हैं। अब इन ट्रक चालकों को क्रिसमस पर घर पहुंचने की चिंता हो रही है। हालांकि लंदन और पेरिस दोनों ही इस बात के लिए राजी हो गए हैं कि कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट पर यात्रियों को सीमा पार करने दी जाए। यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह टेस्ट कैसे और कहां होगा।

We are coordinating 3500 hot meals for the Truck drivers in #Kent today ! Great team work with the Kent #Sikh community, @kent_police , @MCA_media and @HighwaysEngland ! #SeasonOfGoodWill #OperationStack #OperationBrock https://t.co/PU9ehgk7iJ" rel="nofollow— Khalsa Aid (@Khalsa_Aid) December 24, 2020

स्काई न्यूज ने बताया कि खालसा एड के सदस्यों ने केंट में फंसे ड्राइवरों को गर्म भोजन परोसने के लिए लगभग 210 मील (338 किमी) की यात्रा की। इसके अलावा लंगर के सदस्य, जो अपने परोपकारी कार्यों के लिए जाने जाते हैं, ने ठंड और बरसात के मौसम में पानी और भोजन लेने के लिए कोवेंट्री से लगभग दोगुना यात्रा की। केंट में गुरु नानक गुरुद्वारा में स्वयंसेवकों ने पुलिस एस्कॉर्ट देने के लिए M20 के साथ शाकाहारी भोजन पकाने और पैक करने में मदद की।

विशेष लंगर के पहले दिन खालसा एड के सदस्यों ने चावल के भोजन के साथ छोले करी की 500 पैकेटों में खाने दिए। इसके साथ ही टमाटर और मशरूम पास्ता व्यंजन की 300 पैकेट को पकाया और लोगों का दिए। खालसा एड के संस्थापक रवि सिंह ने कहा कि यह (ड्राइवरों) के लिए भयानक है, यहां कुछ भी नहीं है, कोई भोजन नहीं, कोई दुकानें नहीं - यह उनके लिए जेल की तरह है। हम वापस नहीं जा सकते और कुछ भी नहीं कर सकते हैं। 

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