जानिए, कैसे? ब्रिटेन में एक भारतवंशी का घोड़ा बनेगा अंधे का सहारा

पटेल ने बताया कि मुझे भारत अच्छा लगता है। मैं अपने रिश्तेदारों के यहां जाता हूं।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sun, 14 Oct 2018 07:44 PM (IST) Updated:Mon, 15 Oct 2018 12:25 AM (IST)
जानिए, कैसे? ब्रिटेन में एक भारतवंशी का घोड़ा बनेगा अंधे का सहारा
जानिए, कैसे? ब्रिटेन में एक भारतवंशी का घोड़ा बनेगा अंधे का सहारा

लंदन, प्रेट्र। उत्तर-पश्चिमी इंग्लैंड में रह रहे भारतवंशी पत्रकार मोहम्मद सलीम पटेल गाइड के तौर पर घोड़ा पाने वाले पहले व्यक्ति बनने जा रहे हैं। लंकाशायर के बीबीसी रेडियो में काम कर रहे पटेल रेटिनिटिस पिगमेंटोसा नामक आंख की बीमारी से ग्रसित हैं। कुछ समय बाद वह अपनी दृष्टि पूरी तरह खो देंगे। इसी कारण उनके लिए एक घोड़े को प्रशिक्षित किया जा रहा है जो रोजमर्रा के कामों में उनकी सहायता करेगा।

आमतौर कुत्तों को गाइड की तरह इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन पटेल बचपन की एक घटना के कारण उनसे डरते हैं इसलिए उन्होंने अपनी सहायता के लिए घोड़े का चुनाव किया है। फिलहाल उनके गाइड डिगबी (घोड़े) को प्रशिक्षित किया जा रहा है। वह मई 2019 में दो साल का हो जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने में अभी दो साल का समय लगेगा जिसके बाद पटेल उसे घर ले आएंगे।

अपने गाइड के साथ कुछ समय बिता चुके पटेल ने कहा, 'गाइड के तौर पर घोड़े कुत्ते से ज्यादा बेहतर हैं। वह चालीस साल तक काम कर सकते हैं जबकि कुत्ते आठ साल की उम्र में ही रिटायर हो जाते हैं। घोड़े रात में भी देख सकते हैं जो उन्हें और उपयोगी बनाता है।' डिगबी एंप्लीफोन अवार्ड फॉर ब्रेव ब्रिटन्स के हीरो पेट कैटेगरी की अंतिम दौर में भी पहुंच गया है। यह अवार्ड अपने मालिकों का जीवन बदलने वाले पशुओं को दिया जाता है। उसकी सफलता से खुश पटेल ने कहा, 'प्रशिक्षण के दौरान ही डिगबी ने यह सफलता हासिल की है। उसके काम की पहचान हो रही है। वह एक स्टार है।'

अच्छा लगता है भारत

पटेल ने बताया कि मैंने पत्रकारिता में प्रथम श्रेणी में बीए किया और बीबीसी रेडियो स्टेशन में रिपोर्टर के तौर पर काम किया। मेरी मां का जन्म भारत में हुआ, लेकिन शादी करने के लिए इंग्लैंड आ गईं। मेरे परिवार के लोग अभी भी भारत में हैं। मुझे भारत अच्छा लगता है। मैं अपने रिश्तेदारों के यहां जाता हूं। मैंने भारत के कई शहरों का भ्रमण किया है।

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