भारत व रूस ने आतंकरोधी समझौते पर किए दस्तखत

रूस व भारत ने इस बात पर खुशी जताई कि 70 सालों से दोनों देशों के संबंध नित नई इबारत लिख रहे हैं।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Mon, 27 Nov 2017 08:15 PM (IST) Updated:Mon, 27 Nov 2017 08:15 PM (IST)
भारत व रूस ने आतंकरोधी समझौते पर किए दस्तखत
भारत व रूस ने आतंकरोधी समझौते पर किए दस्तखत

मॉस्को, प्रेट्र। भारत व रूस ने आतंकरोधी समझौते पर दस्तखत कर दिए हैं। गृह मंत्री राजनाथ सिंह व रूसी के आंतरिक सुरक्षा मंत्री व्लादिमिर कॉलोकोत्सेव की मौजूदगी में यह समझौता परवान चढ़ा।

यह अक्टूबर 1993 में हुई संधि का नया रूप है। दोनों देशों में संयुक्त बयान में कहा कि आतंकवाद न तो अच्छा होता है और न ही बुरा। यह केवल आतंकवाद होता है और इससे लड़ने की हर मुमकिन कोशिश होनी चाहिए। दोनों देशों के बीच तय हुआ कि आतंकवाद से लड़ने के लिए सूचनाओं के आदान प्रदान के साथ पुलिस बलों को प्रशिक्षण देने का काम तेजी से किया जाएगा।

रूस व भारत ने इस बात पर खुशी जताई कि 70 सालों से दोनों देशों के संबंध नित नई इबारत लिख रहे हैं। दोनों ने आशा जताई कि दोनों देश भविष्य में एक दूसरे के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। इस दौरान दोनों ने नारकोटिक्स की तस्करी से पैदा होने वाले खतरों पर भी मंथन किया। भारत के रूसी राजदूत पंकज सरन व रूस के उप आंतरिक सुरक्षा मंत्री इगोर जुबॉव ने समझौते पर दस्तखत किए। गृह मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि दोनों देशों के बीच जो सहमति बनी है उसके बाद आतंकवाद पर करारा प्रहार किया जा सकेगा।

अब नई तकनीकों के सहारे खुफिया बल को इस दिशा में लगाया जा सकता है तो सूचनाओं के आदान प्रदान के जरिये आतंकियों की कमर तोड़ी जा सकती है। गौरतलब है कि राजनाथ सिंह का रूस दौरा सितंबर 2016 में प्रस्तावित था, लेकिन 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उड़ी में सैन्य मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले के चलते दौरा रद कर दिया गया था।

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