इमरान के करीबी आरिफ अल्वी बने पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति

नेशनल असेंबली और सीनेट के कुल 430 सदस्यों में से अल्वी को 212 वोट मिले। उन्होंने पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के मौलाना फजलुर रहमान को हराया।

By Manish NegiEdited By: Publish:Tue, 04 Sep 2018 07:54 AM (IST) Updated:Wed, 05 Sep 2018 12:25 AM (IST)
इमरान के करीबी आरिफ अल्वी बने पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति
इमरान के करीबी आरिफ अल्वी बने पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति

इस्लामाबाद, प्रेट्र/आइएएनएस। डॉ. आरिफ अल्वी (69) मंगलवार को पाकिस्तान के 13वें राष्ट्रपति चुने गए। अल्वी नौ सितंबर को शपथ लेंगे। दांतों के डॉक्टर रहे अल्वी को प्रधानमंत्री इमरान खान का करीबी माना जाता है। निवर्तमान राष्ट्रपति ममनून हुसैन का पांच साल का कार्यकाल आठ सितंबर को समाप्त हो रहा है। दिलचस्प बात यह है कि डॉ. आरिफ के पिता स्व. हबीब उर रहमान इलाही अल्वी भी दांतों के डॉक्टर थे और भारत के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के डेंटिस्ट थे। 
चुनाव बैलेट पेपर से कराए गए
डॉन न्यूज के मुताबिक नेशनल असेंबली और सीनेट के कुल 430 सदस्यों में से अल्वी को 212 वोट मिले। उन्होंने पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के मौलाना फजलुर रहमान को हराया। रहमान को 131 वोट मिले। जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रत्याशी एतजाज अहसान को मात्र 81 वोट मिले। छह वोट रद कर दिए गए। चुनाव बैलेट पेपर से कराए गए थे।


पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापकों में से एक रहे अल्वी पंजाब विधानसभा में 186 वोट मिले। रहमान और अहसान को क्रमश: 141 और 6 वोट मिले। यहां 18 वोटों को रद कर दिए गए। अल्वी को बलूचिस्तान के 60 सांसदों में से 45 के वोट हासिल हुए। हालांकि, पीपीपी के दबदबे वाले सिंध प्रांत की विधानसभा में अहसान ने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्हें 100 वोट मिले जबकि अल्वी के हिस्से में 56 वोट आए। खैबर पख्तूनखवा विधानसभा में कुल 109 वोटों में से अल्वी ने 78 वोट हासिल किए। जबकि रहमान और अहसान को क्रमश: 26 और पांच वोट मिले।
मैं पूरे देश और सभी पार्टियों का राष्ट्रपति हूं : अल्वी
राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अल्वी ने इमरान खान का शुक्रिया जताया। अपने भाषण में उन्होंने कहा, आज से मैं केवल अपनी पार्टी नहीं बल्कि मैं पूरे देश और सभी पार्टियों का राष्ट्रपति हूं। सभी पार्टियों का मुझ पर पूरा अधिकार है।' उन्होंने अपने शपथ ग्रहण में विपक्षी सहित पार्टियों को बुलाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक संघर्ष 1967 में अयूब खान के समय शुरू हुआ था। मुझे लगता है कि तब से देश में बहुत जागरूकता आई है। उन्होंने संविधान के अनुसार चलने की भी बता कही।
भ्रष्टाचार में फंसे इमरान के करीबी, इस्तीफा
इस्लामाबाद, प्रेट्र: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के संसदीय मामलों के सलाहकार बाबर अवान ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। भ्रष्टाचार निरोधी ईकाई द्वारा उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने के बाद अवान ने यह कदम उठाया। बता दें कि जियो न्यूज ने रविवार को बताया था कि नंदीपुर परियोजना में देरी के आरोप में भ्रष्टाचार निरोधी ईकाई ने उनसे तीन घंटे पूछताछ की थी।

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