Kashmir Issue: संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के सामने गिड़गिड़ाया पाक, बैठक की मांग

भारत सरकार के अनुच्‍छेद-370 हटाने के फैसले के खिलाफ वैश्विक समर्थन नहीं मिलता देख पाकिस्‍तान ने अब संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद से गुहार लगाई है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 14 Aug 2019 02:24 PM (IST) Updated:Wed, 14 Aug 2019 04:35 PM (IST)
Kashmir Issue: संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के सामने गिड़गिड़ाया पाक, बैठक की मांग
Kashmir Issue: संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के सामने गिड़गिड़ाया पाक, बैठक की मांग

इस्‍लामाबाद, रॉयटर। Pakistan requests UN Security Council meeting on Kashmir भारत सरकार के अनुच्‍छेद-370 हटाने के फैसले के खिलाफ वैश्विक समर्थन नहीं मिलता देख पाकिस्‍तान ने अब संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद से गुहार लगाई है। पाकिस्‍तान ने कश्‍मीर मसले पर संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद से तत्‍काल बैठक बुलाने की गुजारिश की है। समाचार एजेंसी रॉयटर ने पाकिस्‍तानी विदेश मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी किए गए एक पत्र के हवाले से यह जानकारी दी है। एजेंसी के मुताबिक, इस पत्र के जरिये पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष जोआना रोनेका (UNSC President Joanna Wronecka) को लिखे पत्र में भारत-पाकिस्‍तान के मसले पर बैठक में भाग लेने का आग्रह किया है। 

गौरतलब है कि इससे पहले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के संबंध में पाकिस्‍तान द्वारा लिखे पत्र पर संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष जोआना रोनेका किसी टिप्पणी से इनकार कर चुकी हैं। यहां तक कि संयुक्‍त राष्‍ट्र के महासचिव एंटोनिओ गुटेरस ने भी इस मामले में कोई गंभीर टिप्‍पणी नहीं की है। बीते दिनों गुटेरस ने दोनों देशों से कश्मीर मुद्दे पर यथास्थिति बनाए रखने की अपील भर की थी। ऐसा नहीं कि संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद से मिलने वाली मायूसी को लेकर पाकिस्‍तानी हुक्‍मरानों को इल्‍म नहीं है। वे भली भांति जानते हैं कि उनके पास भारत सरकार के संवैधानिक कदम का कोई भी जवाब नहीं है। 

अभी हाल ही में पाकिस्‍तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने कहा था कि संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में हमें समर्थन मिलना मुश्किल है, हमें मूखों के स्वर्ग में नहीं रहना चाहिए। पाकिस्तानियों को यह जान लेना चाहिए कि कोई आपके लिए खड़ा नहीं है, आपको जद्दोजहद करनी होगी, जज्बात उभारना आसान है। यह बाएं हाथ का काम है मुझे इसमें बस दो मिनट लगेंगे, लेकिन इस मामले को आगे ले जाना बेहद कठिन है। सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देश हैं कोई भी वीटो का इस्तेमाल कर सकता है। संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के स्‍थायी सदस्‍यों ने भारत में अरबों रुपये का निवेश कर चुके हैं। ऐसे में वे पाकिस्‍तान का साथ देंगे यह कहना बेहद मुश्किल है। 

उल्‍लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अनुच्‍छेद-370 (Article 370) खत्‍म किए जाने से बेचैन पाकिस्‍तान सरकार को दुनिया के किसी देश का समर्थन नहीं मिल रहा है। दुनिया की तीन बड़ी महाशक्तियों रूस, चीन और अमेरिका ने उसे कोई भाव नहीं दिया है। अमेरिका और चीन ने कोई बड़ा बयान नहीं जारी करते हुए दोनों देशों को क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बरकरार रखने की नसीहत दी है। वहीं रूस के विदेश मंत्रालय (Ministry of Foreign Affairs of Russia) ने दोनों देशों को तनाव कम करने के लिए कूटनीतिक पहल करने को कहा है। जबकि यूरोपियन यूनियन (EU) ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान को तनाव कम करने के लिए बातचीत के लिए आगे आना चाहिए। 

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