ड्रैगन ने किया दोस्‍ती का निर्वाह: चीन ने कोरोना वायरस की जांच के लिए जरूरी किट पाक को भेजा

चीन ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब पाकिस्‍तन ने अपने नागरिकों एवं छात्रों को चीन में रहने के लिए कहा है। पाकिस्‍तान ने कहा कि संकट के समय हमें मित्र देश का साथ निभाना चाहिए।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Mon, 03 Feb 2020 10:19 AM (IST) Updated:Mon, 03 Feb 2020 11:48 AM (IST)
ड्रैगन ने किया दोस्‍ती का निर्वाह: चीन ने कोरोना वायरस की जांच के लिए जरूरी किट पाक को भेजा
ड्रैगन ने किया दोस्‍ती का निर्वाह: चीन ने कोरोना वायरस की जांच के लिए जरूरी किट पाक को भेजा

इस्‍लामाबाद, एजेंसी । पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए चीन ने 1,000 किट भेजे हैं। इस कीट से प्रभावित लोगों में कोरोना वायरस का पता लगाया जा सकेगा। प्रधानमंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य मामलों के विशेष सलाहकार जफर मिर्जा ने ट्विटर के जरिए इसकी जानकारी दी। चीन ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब पाकिस्‍तन ने अपने नागरिकों एवं छात्रों को चीन में रहने के लिए कहा है। पाकिस्‍तान ने कहा कि संकट के समय हमें मित्र देश का साथ निभाना चाहिए।

कोई भी पाकिस्तानी नागरिक इस वायरस से संक्रमित नहीं हुआ 

मिर्जा ने ट्वीट किया है कि अब पाकिस्‍तान के पास कोरोना वायरस की जांच के लिए जरूरी किट है। उन्‍होंने कहा कि मैं अपने एनआईएच (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ) और अपनी टीम की जांच के इन उपकरणों को हासिल करने के लिए की गई मेहनत की सरहना करना चाहता हूं । पाकिस्‍तान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि अभी तक कोई भी पाकिस्तानी नागरिक इस वायरस से संक्रमित नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में संदिग्ध की जांच की सुविधा इस्लामाबाद स्थित एनआईएच में होगी और बाद में देश के अन्य हिस्सों तक विस्तार किया जाएगा।

चीन में 28,000 से अधिक पाकिस्तानी छात्र मौजूद

बता दें कि चीन में 28,000 से अधिक पाकिस्तानी छात्र मौजूद हैं, जिनमें से 500 छात्र सबसे अधिक प्रभावित वुहान शहर में हैं। पाकिस्तान ने उन्हें वापस देश बुलाने से इनकार कर दिया है जिसको लेकर सरकार की काफी खिंचाई हो रही है।  कोरोना वायरस के कारण चीन के वुहान में पाकिस्तानी छात्र फंसे हुए हैं, लेकिन पाक की इमरान सरकार ने उन्हें वापस नहीं लाने का फैसला किया है। बता दें कि पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री ने चीन से अपने स्टूडेंट्स को लाने का फैसला करते हुए कहा कि अगर हम लोगों को वहां से निकालने का गैर-जिम्मेदाराना काम करते हैं तो यह वायरस जंगल में आग की तरह पूरी दुनिया में फैल जाएगा। हालांकि, इसने चीन जाने और वहां से आने वाली सभी फ्लाइट्स पर 2 फरवरी तक के लिए रोक लगा दी है।

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