बौखलाए पाक ने यूएन को लिखा पत्र, कहा- निरस्त हो जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन

भारत ने कहा कि जनवरी 1949 में स्थापित यूएनएमओजीआइपी अपनी उपयोगिता खो चुका है और शिमला समझौते व नियंत्रण रेखा की स्थापना के बाद अप्रासंगिक हो चुका है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 01:27 AM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 01:27 AM (IST)
बौखलाए पाक ने यूएन को लिखा पत्र, कहा- निरस्त हो जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन
बौखलाए पाक ने यूएन को लिखा पत्र, कहा- निरस्त हो जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन

इस्लामाबाद, प्रेट्र। जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन से बौखलाए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को पत्र लिखा है। इसमें कुरैशी ने जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन को खारिज किए जाने की मांग की है।

विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र को 31 अक्टूबर को लिखा था पत्र

पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने एक बयान जारी कर बताया कि कश्मीर मसले को उठाने की कोशिश के तहत विदेश मंत्री ने 31 अक्टूबर को यह पत्र लिखा था। अन्य चीजों के अलावा इसमें पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन को खारिज किए जाने की बात दोहराई गई है।

यूएनएमओजीआइपी को मजबूत बनाने का किया आह्वान

इसमें 'यूएन मिलिट्री ऑब्जर्वर ग्रुप इन इंडिया एंड पाकिस्तान' (यूएनएमओजीआइपी) को मजबूत बनाने का आह्वान भी किया गया है।

भारत ने कहा- यूएनएमओजीआइपी अपनी उपयोगिता खो चुका

हालांकि भारत का कहना है कि जनवरी, 1949 में स्थापित यूएनएमओजीआइपी अपनी उपयोगिता खो चुका है और शिमला समझौते व नियंत्रण रेखा (एलओसी) की स्थापना के बाद अप्रासंगिक हो चुका है।

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