पूरे पाकिस्तान पर मंडराया टिड्डियों के हमले का खतरा, खाद्य संकट गहराने की आशंका
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट को बताया गया कि यदि टिड्डियों के प्रजनन पर रोक नहीं लगाई गई तो पूरे देश पर इनके हमले का खतरा है। जानें पाकिस्तान पर कितना बड़ा है यह खतरा...
इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि यदि टिड्डियों के प्रजनन पर रोक नहीं लगाई गई तो पूरे देश पर इनके हमले का खतरा है। माना जा रहा है कि तीन लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र टिड्डियों के निशाने पर है। इसमें से साठ फीसद क्षेत्र बलूचिस्तान प्रांत में पड़ता है जबकि 25 फीसद सिंध में और 15 फीसद पंजाब के चोलिस्तान क्षेत्र में पड़ता है।
शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक बलूचिस्तान एक ऐसे इलाके में पड़ता है जिसे टिड्डियों के स्प्रिंग ब्रीडिंग जोन (वसंत प्रजनन क्षेत्र) के तौर पर जाना जाता है जबकि पंजाब और सिंध में गर्मियों के दौरान टिड्डियों का प्रजनन तेजी से होता है। यह रिपोर्ट मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद द्वारा 19 मई को टिड्डियों के हमले के दौरान खाद्य सुरक्षा की स्थिति के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में दाखिल की गई है।
अटॉर्नी जनरल खालिद जावेद खान ने आशंका जताई की पाकिस्तान को ना केवल चिकित्सकीय आपातकाल का सामना करना पड़ सकता है बल्कि खाद्य संकट से भी जूझना पड़ सकता है। पंजाब सरकार ने टिड्डियों के ग्रीष्मकालीन प्रजनन क्षेत्रों में अधिकतम संसाधानों की तैनाती की आवश्यकता जताई। टिड्डियां दुनिया का 10 फीसद अनाज नष्ट कर देती हैं। एक झुंड एक वर्ग किलोमीटर में पैदा हुए खाद्यान्न को एक दिन में चट कर जाता है जो 35,000 लोगों के लिए पर्याप्त होता है।
हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि देश को टिड्डियों से बचाने के लिए लोगों को इन्हें पकड़ना चाहिए। उन्होंने कहा था कि जो लोग टिड्डियों को पकड़ेंगे उनके पास इससे कमाई का मौका भी होगा। ये लोग इन टिड्डियों को पकड़कर उसे मुर्गी पालन करने वालों को बेच भी सकते हैं। मुर्गी पालन करने वाले इन टिड्डियों को 15 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदेंगे और उसका इस्तेमाल मुर्गियों के चारे के रूप में करेंगे।
हालांकि मौजूदा संकट को देखकर यही लगता है कि पाकिस्तान की सरकार ने टिड्डियों के आगे घुटने टेक दिए हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र की संस्था खाद्य और कृषि संगठन ने चेतावनी दी है कि भारत में कुछ दिनों के बाद एक बार फिर से टिड्डी दल हमला कर सकते हैं। भारत में इसका असर राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पड़ सकता है। बता दें कि भारत में राजस्थान और मध्य प्रदेश अभी भी टिड्डियों के हमलों से जूझ रहे हैं।