PoK में बढ़ रहा पाकिस्‍तान के खिलाफ रोष, विरोध में सड़कों पर उतरे कश्‍मीरी

पीओके के लोग कई तरह की दिक्‍कतों से जूझ रहे हैं। उनका आरोप है कि 1947 से उनके साथ दोयम दर्जे के नागरिकों से जैसा व्‍यवहार किया जा रहा है।

By Pratibha KumariEdited By: Publish:Mon, 13 Nov 2017 09:36 AM (IST) Updated:Mon, 13 Nov 2017 09:41 AM (IST)
PoK में बढ़ रहा पाकिस्‍तान के खिलाफ रोष, विरोध में सड़कों पर उतरे कश्‍मीरी
PoK में बढ़ रहा पाकिस्‍तान के खिलाफ रोष, विरोध में सड़कों पर उतरे कश्‍मीरी

रावलपिंडी/मुजफ्फराबाद, एएनआइ। पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर (पीओके) में राजनीतिक कार्यकर्ताओं के अपहरण के खिलाफ यूनाइटेड कश्‍मीर पीपुल्‍स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) कई विरोध-प्रदर्शन और सम्‍मेलन आयोजित किए। लोगों के हाथ में बैनर थे, जिन पर लिखा था कथित आजाद कश्‍मीर में अपहरण और जबरन लोगों को गायब करवाना बंद करो और रावलपिंडी में एक रैली निकाली।

लोगों ने पाकिस्‍तान से आजादी के नारे लगाए और चीन से उनके कब्‍जे वाले क्षेत्रों को छोड़ने की भी मांग की। रावलपिंडी प्रेस क्‍लब में एक सम्‍मेलन भी आयोजित की गई, जहां वक्‍ताओं ने पीओके के लोगों की चिंताओं से जुड़े कई मुद्दे उठाए।

पीओके के मुजफ्फराबाद में एक विरोध-प्रदर्शन रैली निकाली गई। लोगों ने पाकिस्‍तान विरोधी नारे लगाए और पीओके व गिलगित बाल्टिस्‍तान में जबररन अधिग्रहण को खत्‍म करने की मांग की। वहीं उन्‍होंने संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्‍ताव के तहत अपने क्षेत्र से तुरंत पाक सुरक्षा बलों की वापसी की मांग भी की।

पीओके के लोग कई तरह की दिक्‍कतों से जूझ रहे हैं। उनका आरोप है कि 1947 से उनके साथ दोयम दर्जे के नागरिकों से जैसा व्‍यवहार किया जा रहा है। हालिया दिनों में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें पाक सुरक्षा बलों द्वारा राजनीतिक कार्यकर्ताओं खास तौर से युवाओं का अपहरण और प्रताड़ित किया गया, जिन्‍होंने पाकिस्‍तानी अधिग्रहण और उनके प्राकृतिक संसाधनों के शोषण के खिलाफ आवाज उठाई।

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