गुलाम कश्मीर में आसमान से बरसी आफत, 23 की मौत व बच्चों समेत दर्जनों हुए लापता

गुलाम कश्मीर के लसावा क्षेत्र में बादल फटने से 23 लोगों की मौत हो गई। कई जगहों पर भूस्खलन के साथ ही क्षेत्र में टेलीफोन और इंटरनेट सेवा पूरी तरह से ठप्प हो गई है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Mon, 15 Jul 2019 08:34 PM (IST) Updated:Mon, 15 Jul 2019 08:34 PM (IST)
गुलाम कश्मीर में आसमान से बरसी आफत, 23 की मौत व बच्चों समेत दर्जनों हुए लापता
गुलाम कश्मीर में आसमान से बरसी आफत, 23 की मौत व बच्चों समेत दर्जनों हुए लापता

इस्लामाबाद, प्रेट्र। गुलाम कश्मीर के नीलम घाटी क्षेत्र में बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ से 23 लोगों की मौत हो गई। घाटी के लासवा इलाके में बादल फटने से कई मकान बह गए। दर्जनों लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे हैं।

कई जगहों से भूस्खलन की खबर है। लासवा के मुख्य बाजार में पानी के तेज बहाव में कई मकानों समेत दो मस्जिद भी बह गईं। इलाके में परिचालन बाधित होने के अलावा टेलीफोन और इंटरनेट सेवा भी प्रभावित हुई हैं।

बाढ़ से पैदा हुए हालात से निपटने के लिए जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन कर्मी और पुलिस के जवान राहत कार्यो में जुटे हैं।

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह चितराल जिले में एक झील पर बना बांध टूटने से गोलेन गोल इलाके के कई गांव पानी में डूब गए थे।

कैसे फटते हैं बादल
जब बादल बड़ी मात्रा में पानी के साथ आसमान में चलते हैं और उनकी राह में कोई बाधा आ जाती है, तब वे अचानक फट पड़ते हैं। इससे एक सीमित जगह पर कई लाख लीटर पानी एकाएक जमीन पर गिर पड़ता है, जिसके कारण उस क्षेत्र में तेज बहाव वाली बाढ़ आ जाती है। बादल फटने के दौरान लगभग 100 मिलीमीटर प्रति घंटा की दर से बारिश होती है।

कुछ ही मिनट में 2 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा हो जाती है, जिस कारण भारी तबाही होती है। सामान्य बारिश के दौरान पानी धीरे-धीरे बरसता है, जो ड्रेनेज सिस्टम से निकलता रहता है और धरती भी उसे धीरे-धीरे सोखती जाती है। लेकिन बादल फटने से पानी इतनी ज्यादा मात्रा में गिर पड़ता है कि पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन होने लगता है, जिससे भारी तबाही होती है।

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