फ्रांस के प्रमुख शहरों में उतरे प्रदर्शनकारी, 17 सौ लोग गिरफ्तार

पेरिस में ईंधन कर में बढ़ोतरी के खिलाफ लोगों का येलो वेस्ट आंदोलन हिंसक हो चुका है। ये विरोध प्रदर्शन अब बेल्जियम और नीदरलैंड तक पहुंच गया है।

By Arti YadavEdited By: Publish:Sun, 09 Dec 2018 12:22 PM (IST) Updated:Sun, 09 Dec 2018 08:25 PM (IST)
फ्रांस के प्रमुख शहरों में उतरे प्रदर्शनकारी, 17 सौ लोग गिरफ्तार
फ्रांस के प्रमुख शहरों में उतरे प्रदर्शनकारी, 17 सौ लोग गिरफ्तार

पेरिस, एएफपी/आइएएनएस। फ्रांस में बढ़ती महंगाई और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ येलो वेस्ट प्रदर्शन में 1700 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गृह मंत्रालय ने रविवार को बताया कि राजधानी पेरिस समेत देश के प्रमुख शहरों मार्सिले, बोर्डेक्स लियोन और टौलाउज शहरों में सवा लाख से ज्यादा प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों और दंगा विरोधी पुलिस के बीच जगह-जगह झड़पें हुई, जिसमें 130 से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी खबर है।

ये विरोध प्रदर्शन अब बेल्जियम और नीदरलैंड तक पहुंच गया है। पुलिस और 'येलो वेस्ट' प्रदर्शनकारियों के बीच शनिवार को हुई भिड़ंत से तनाव और ज्यादा बढ़ गया, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का प्रयोग किया। 

मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को ताजा विरोध प्रदर्शन के दौरान अकेले पेरिस में ही एक हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मंत्रालय के मुताबिक शनिवार को हुए विरोध प्रदर्शन में देश भर में लगभग 1,36,000 लोग शामिल हुए। पेरिस में प्रदर्शनकारियों ने कई गाडि़यों को आग के हवाले कर दिया और कई जगह तोड़फोड़ की। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को ज्यादा नुकसान पहुंचाया। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के साथ ही महंगाई को लेकर भी लोग राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से नाराज हैं। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति से इस्तीफे की मांग की है।

मैक्रों कर सकते हैं बड़ी घोषणा
पिछले साल मई में राष्ट्रपति निवार्चित हुए इमैनुएल मैक्रों के प्रति फ्रांस में नाराजगी तेज हो गई है। प्रदर्शनकारियों के निशाने पर भी मैक्रों हैं। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति अगले हफ्ते बड़ी घोषणा कर सकते हैं। वह जल्द ही राष्ट्र को भी संबोधित करेंगे। हालांकि, राष्ट्रपति ने पहले ही ईंधन कर लगाने के फैसले को टाल दिया है। लेकिन इससे विरोध प्रदर्शन कम नहीं हुआ है। प्रदर्शनकारी करों को कम करने, न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाने और बेहतर पेंशन लाभों की मांग कर रहे हैं। वहीं, बढ़ते विरोध प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय एकता कायम करने का संकल्प दोहराया है।
 

क्या है येलो वेस्ट आंदोलन?
बता दें कि फ्रांस में ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर आम लोगों में बहुत गुस्सा है। इसके लिए ये लोग सीधेतौर पर राष्ट्रपति मैंक्रो को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसी के विरोध में अक्टूबर में सोशल मीडिया पर 'येलो वेस्ट' आंदोलन की शुरुआत हुई। चूंकि ये प्रदर्शनकारी पीली जैकेट पहनकर आंदोलन कर रहे हैं, इसलिए इन्हें 'येलो वेस्ट' नाम दिया गया है।

chat bot
आपका साथी