World Refugee Day: तिब्बतियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तिब्बत को न भूलने का किया आग्रह, कहा- चीन के खिलाफ हमारा साथ दें
World Refugee Day विश्व शरणार्थी दिवस पर तिब्बतियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया है कि वे तिब्बत को न भूलें और चीन के अत्याचारों के खिलाफ सामूहिक रूप से उनका साथ दें। तिब्बत राइट्स कलेक्टिव ने यह जानकारी दी।
ल्हासा, एएनआइ। Word Refugee Day: विश्व शरणार्थी दिवस के अवसर पर तिब्बतियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तिब्बत को न भूलने, उनका समर्थन करने और सामूहिक रूप से चीन के खिलाफ एक साथ खड़े होने का आग्रह किया। तिब्बत राइट्स कलेक्टिव (TRC) की रिपोर्ट के मुताबिक, मानवाधिकार कार्यकर्ता और लेखक बेनेडिक्ट रोजर्स (Benedict Rogers) ने तिब्बत के चीनी दमन (Chinese repressions of Tibet) पर प्रकाश डाला और कहा कि कई वर्षों तक तिब्बत दलाई लामा (Dalai Lama) के साहसी प्रयासों के साथ रिचर्ड गेरे (Richard Gere), ब्रैड पिट (Brad Pitt) और बीस्टी बायज (Beastie Boys) जैसी हस्तियों के समर्थन से दुनिया के ध्यान में लाया गया था।
दलाई लामा ने तिब्बत को बनाया वैश्विक एजेंडा
बेनेडिक्ट रोजर्स ने कहा कि तिब्बत की दुर्दशा को जन चेतना में रखने के लिए फिल्म 'सेवन इयर्स इन तिब्बत' ने बहुत कुछ किया। रोजर्स ने कहा कि दलाई लामा के विश्व दौरों, सार्वजनिक व्याख्यानों और राष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों और पोप के साथ बैठक ने स्थिति को वैश्विक एजेंडा पर बनाए रखने में मदद की।
यूक्रेन संघर्ष बना वैश्विक एजेंडा
अपने आलोचकों को चुप कराने के लिए चीन ने फैलाया है जाल
उन्होंने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शासन के बढ़ते प्रभाव और इसके आक्रामक उपयोग पर भी जोर दिया। हॉलीवुड और वॉल स्ट्रीट में, दुनिया के सभी महान विश्वविद्यालयों में, संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय संगठनों में और सत्ता के कुछ गलियारों में और कुछ न्यूज़ रूम में और यहां तक कि वेटिकन में बीजिंग ने अपने आलोचकों को चुप कराने के लिए जाल फैलाया हुआ है।
दलाई लामा को दरकिनार करने की कोशिश कर रहा चीन
इन मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत
रोजर्स ने कहा कि उइगरों के नरसंहार के सबूतों, हांगकांग की स्वतंत्रता और स्वायत्तता की समाप्ति, जबरन अंग को काटने के आरोप सहित ताइवान मुद्दे पर विश्व समुदाय को ध्यान देने की जरूरत है। यह बहुत स्वागत योग्य है कि दुनिया चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अत्याचारों के प्रति जाग रही है, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि तिब्बत हमेशा शामिल हो और जब हम बीजिंग के अपराधों पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो इसे कभी न भूलें।
'तिब्बत को न भूलें'
रोजर्स से आग्रह किया कि विश्व शरणार्थी दिवस, जो 20 जून को मनाया जाता है, पर आइए हम तिब्बत को न भूलें। आइए हम सुनिश्चित करें कि जब हम यूक्रेन में संकट पर ध्यान केंद्रित करते हैं, म्यांमार के बारे में सोचते हैं, किम जोंग-उन के अत्याचार से बचने वाले उत्तर कोरियाई लोगों को याद करते हैं, उइगरों के नरसंहार और गुलामी को रोकने और हांगकांग के राजनीतिक कैदियों को मुक्त करने के लिए अभियान चलाते हैं, तो हम तिब्बत को भी याद करते हैं।