चीन ने ताइवान को हथियार बेचने वाली अमेरिकी कंपनी को दी धमकी, बदले में मिला तगड़ा जवाब

चीन ने अमेरिकी कंपनी को धमकी दी है कि यदि उसने ताइवान के साथ 150.82 अरब रुपये के हथियार बिक्री समझौते पर आगे बढ़ने की कोशिश की तो उस पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 13 Jul 2019 02:25 PM (IST) Updated:Sat, 13 Jul 2019 02:25 PM (IST)
चीन ने ताइवान को हथियार बेचने वाली अमेरिकी कंपनी को दी धमकी, बदले में मिला तगड़ा जवाब
चीन ने ताइवान को हथियार बेचने वाली अमेरिकी कंपनी को दी धमकी, बदले में मिला तगड़ा जवाब

बीजिंग/ताइपे, एपी। चीन ने अमेरिकी कंपनी को धमकी दी है कि यदि उसने स्वशासित ताइवान के साथ 2.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (150.82 अरब रुपये) के हथियार बिक्री समझौते पर आगे बढ़ने की कोशिश की तो उस पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। इसके बाद ताइवान ने भी चीन को तगड़ा जवाब दिया है। ताइवान ने कहा है कि वह किसी भी सूरत में अपने रक्षा बलों को मजबूत करना जारी रखेगा।

जिद पर अड़ा ताइवान, कहा- सुरक्षाबलों को मजबूत करना जारी रखेंगे

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीन से बढ़ते सैन्य खतरे के मद्देनजर अमेरिकी हथियार ताइवान की आत्मरक्षा के लिए जरूरी हैं। देश की सेना अपने रक्षा बलों को मजबूत करना, राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना, अपनी सरजमीं की रक्षा करना जारी रखेगी। सेना यह सुनिश्चित करेगी कि देशी आजादी एवं लोकतंत्र पर हमला न हो। बता दें कि चीन स्वशासित ताइवान को भी अपना अभिन्न हिस्सा मानता है और बलपूर्वक उसे अपने देश में मिलाना चाहता है।

ताइवान की राष्ट्रपति को अपने यहां से गुजरने न दे अमेरिका

चीन ने शुक्रवार को अमेरिका से यह भी कहा कि वह ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन को अपने देश से होकर न गुजरने दे। साई फिलहाल न्यूयॉर्क में हैं और दो दिनों तक ठहरने के बाद कैरेबियाई देशों के दौरे पर चली जाएंगी। वापसी में वह डेनवर में ठहरेंगी। ताइवान की आजादी की वकालत करने वाली साई के 2016 में सत्ता में आने के बाद से चीन ने ताइवान को लेकर अपना रुख सख्त कर दिया है। ज्ञात हो कि ट्रंप प्रशासन ने इस हफ्ते की शुरुआत में प्रस्तावित बिक्री की घोषणा की थी।

अमेरिकी कंपनी को दी प्रतिबंध की धमकी

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने एक बयान में यहां कहा कि राष्ट्रहित की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चीन ताइवान को सैन्य उपकरण बेचने वाली अमेरिकी कंपनी पर प्रतिबंध लगा सकता है। इस सौदे से चीन की संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभावित होती है। यह बिक्री अंतरराष्ट्रीय कानून के आधारभूत नियमों, अंतरराष्ट्रीय संबंध, एक चीन सिद्धांत व चीन-अमेरिका के तीन संयुक्त बयानों का भी उल्लंघन करती है।

सीमा विवाद को लेकर वियतनाम और चीन आमने-सामने

दक्षिणी चीन सागर में सीमा विवाद को लेकर वियतनाम व चीन के तटरक्षक जहाज करीब एक सप्ताह से आपसी गतिरोध का सामना कर रहे हैं। हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट के अनुसार, अगर ऐसी स्थिति जारी रही तो दोनों देशों के बीच यह पांच साल के भीतर सबसे लंबा संघर्ष हो सकता है। वानगार्ड बैंक के अलग-अलग द्वीपों पर बड़ी संख्या में हथियारों से सुसज्जित जहाज पिछले सप्ताह से एक दूसरे पर नजर रख रहे हैं। इनमें दो चीन व चार वियतनाम के हैं। 

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