यहां पाए जाते थे शुतुरमुर्ग से भी तीन गुना बड़े पक्षी, वजन होता था 450 किलोग्राम

प्लेस्टोसिन काल के इस विशाल पक्षी का जीवाश्म काला सागर के उत्तर तटीय इलाके में टौरीडा गुफा से मिला जिसपर शोध के जरिये जीवाश्म विज्ञानी इन निष्कर्षो पर पहुंचे हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Thu, 27 Jun 2019 10:52 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jun 2019 10:52 PM (IST)
यहां पाए जाते थे शुतुरमुर्ग से भी तीन गुना बड़े पक्षी, वजन होता था 450 किलोग्राम
यहां पाए जाते थे शुतुरमुर्ग से भी तीन गुना बड़े पक्षी, वजन होता था 450 किलोग्राम

वाशिंगटन, एएनआइ। प्राचीन काल में यूरोप में शुतुरमुर्ग से भी तीन गुना बड़े आकार के पक्षी पाए जाते थे। उनका वजन 450 किलोग्राम के करीब होता था और ऊंचाई कम से कम 3.5 मीटर हुआ करती थी। इतना भारी-भरकम होने के कारण वे उड़ तो नहीं सकते थे, लेकिन तेजी से दौड़ लगा सकते थे।

प्लेस्टोसिन काल के इस विशाल पक्षी का जीवाश्म काला सागर के उत्तर तटीय इलाके में टौरीडा गुफा से मिला, जिसपर शोध के जरिये जीवाश्म विज्ञानी इन निष्कर्षो पर पहुंचे हैं। शोध को वरटेब्रेट पैलिएंटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित किया गया है।

रसियन एकेडमी ऑफ साइंसेज की मुख्य शोधकर्ता निकिता जेलेनकोव ने बताया कि इससे पहले यूरोप में इतने बड़े आकार के पक्षी होने का कोई प्रमाण नहीं मिला था। हालांकि इतने बड़े आकार के पक्षियों के निशान मेडागास्कर, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी मिल चुके हैं।

उत्तरी गोलार्ध में इस आकार के पक्षी होने के प्रमाण मिलने का यह पहला मौका है। अध्ययन में वैज्ञानिक इस नतीजे पर भी पहुंचे कि 15 से 20 लाख वर्ष पूर्व पाए जाने वाले इस तरह के पक्षियों के पास दौड़ने की क्षमता दूसरे किसी अन्य बड़े पक्षी से अधिक रही होगी।

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