कोरोना से निपटने में सफल रहे आस्ट्रेलिया-इजरायल में फिर लागू हुए प्रतिबंध

इजरायल में 85 फीसद वयस्क आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है और हाल में उसने देश में सभी कोरोना प्रतिबंधों को समाप्त कर दिया था। आस्ट्रेलिया के सबसे बड़े शहर सिडनी में हफ्तेभर के लिए लाकडाउन लगा दिया गया है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Sat, 26 Jun 2021 12:59 AM (IST) Updated:Sat, 26 Jun 2021 12:59 AM (IST)
कोरोना से निपटने में सफल रहे आस्ट्रेलिया-इजरायल में फिर लागू हुए प्रतिबंध
कोरोना से निपटने में सफल रहे आस्ट्रेलिया-इजरायल में प्रतिबंध फिर लागू

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। कोरोना वायरस से निपटने में काफी हद तक सफलता प्रदर्शित कर चुके आस्ट्रेलिया और इजरायल ने बेहद संक्रामक डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों की वजह से शुक्रवार से कोरोना प्रतिबंध फिर से लागू कर दिए। अफ्रीका महाद्वीप में भी यह वैरिएंट संक्रमण की तीसरी लहर की वजह बना है।

महीनों तक बेहद कम मामले आने के बाद करीब-करीब सामान्य स्थिति की ओर लौट चुके आस्ट्रेलिया के सबसे बड़े शहर सिडनी में हफ्तेभर के लिए लाकडाउन लगा दिया गया है। वहां संक्रमण के 65 मामले मिले हैं जिनका संबंध दो हफ्ते पहले संक्रमित हुए एक कार ड्राइवर से है जो एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान के चालक दल सदस्यों को सिडनी एयरपोर्ट से क्वारंटाइन होटल तक लेकर गया था।

उधर, दुनिया में वैक्सीनेशन के अगुआ इजरायल ने कोरोना वायरस के नए डेल्टा वैरिएंट के प्रसार की आशंका से बंद सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने के नियम को फिर लागू कर दिया है। इजरायल में 85 फीसद वयस्क आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है और हाल में उसने देश में सभी कोरोना प्रतिबंधों को समाप्त कर दिया था। लेकिन अब देश में मामले बढ़ने लगे हैं। चार दिनों में वहां प्रतिदिन सौ से अधिक मामले आए हैं जिनमें गुरुवार को मिले 227 मामले शामिल हैं।

फिजी में अप्रैल तक एक भी मामला नहीं मिलने के बाद संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं और गुरुवार को वहां 300 नए मामले मिले। इसका कारण डेल्टा वैरिएंट को बताया जा रहा है। महामारी के सबसे बुरे दौर से अब तक बचे रहे अफ्रीका के कम से कम दर्जनभर देशों में भी संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। तीन हफ्तों में इसके रिकार्ड स्तर पर पहुंचने की आशंका है। इस महाद्वीप के 14 देशों में डेल्टा वैरिएंट के मामले मिले हैं।

डब्ल्यूएचओ दे सकता है नई वैक्सीनों को मंजूरी

समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को कम से कम तीन कोरोना वैक्सीन निर्माताओं से इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन मिले हैं। विशेषज्ञों को उम्मीद है कि अगले एक-दो महीनों में इनमें से एक या दो को मंजूरी प्रदान की जा सकती है। संगठन ने अभी तक फाइजर- बायोएनटेक, एस्ट्राजेनेका, जानसन एंड जानसन, माडर्ना, साइनोफार्म और साइनोवैक की वैक्सीन को मंजूरी प्रदान की है।

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