म्यांमार की सड़कों पर शवों की नुमाइश से जनता में दहशत, इंटरनेट पर वायरल हो रहा सेना के अत्याचार

म्यांमार में सैन्य शासन लागू होने के बाद से जुंटा ने आम जनता का बेहद क्रूरता से दमन किया है। इसकी एक झलक इंटरनेट मीडिया में साझा किए गए सीसीटीवी फुटेज से मिलती है। इसमें म्यांमार के शहर की खाली सड़कों पर दो काली पिकअप धीमे-धीमे आती हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 07:18 PM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 07:18 PM (IST)
म्यांमार की सड़कों पर शवों की नुमाइश से जनता में दहशत, इंटरनेट पर वायरल हो रहा सेना के अत्याचार
म्यांमार में सैन्य शासन लागू होने के बाद से जुंटा ने आम जनता का बेहद क्रूरता से दमन किया है।

नायपिता, एपी। म्यांमार में एक फरवरी को सैन्य शासन लागू होने के बाद से जुंटा ने आम जनता का बेहद क्रूरता से दमन किया है। इसकी एक झलक इंटरनेट मीडिया में साझा किए गए सीसीटीवी फुटेज से मिलती है। इसमें म्यांमार के शहर की खाली सड़कों पर दो काली पिकअप धीमे-धीमे आती हैं। इनके पिछले हिस्से में खड़े हथियार बंद सुरक्षा कर्मी एकाएक उनके पीछे आती एक बाइक पर सवार तीन लड़कों पर गोलीबारी करते हैं।

बताया जाता है कि अचानक हुए इस हमले से बाइक घिसटते हुए एक लोहे के गेट से टकरा जाती है। दो युवक तो अपनी जान बचाकर भागने में कामयाब हो जाते हैं। लेकिन बाइक चला रहा लड़का वहां घायलावस्था में गिर जाता है। 17 साल के इस लड़के का नाम क्वाव मिन लत है। घायल लड़के को सुरक्षा बलों के उठाकर ले जाने के दौरान दर्द से चिल्लाने की आवाजें सुनी गई और उसे उठाकर एक ट्रक में डाल दिया गया जो वहां से तुरंत चला गया।

एक मिनट का यह फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया जिसे अब इंटरनेट मीडिया में साझा किया जा रहा है। जुंटा के प्रशासन की ओर से प्रताडि़त किए जाने वाले कई फोटो और वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर नजर आने लगे हैं।

अमेरिका में कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी में म्यांमार में जारी सेना के अत्याचार पर शोध हुआ है जिसमें बताया गया है कि पुलिस और सेना शवों को लेकर सड़कों पर घूम रही है जिससे वहां की जनता में दहशत बनी रहे। उन्होंने यह निष्कर्ष दो हजार ट्वीट और आनलाइन फोटो के आधार पर निकाला है। साथ ही उन्होंने प्रत्यक्षदर्शियों और पीडि़तों के परिवारों के इंटरव्यू भी लिए हैं।  

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