ट्रंप-किम शिखर वार्ता के बाद प्योंगयांग में बड़ी जीत का जश्‍न, अमेरिकी विशेषज्ञ निराश

उत्तर कोरियाई मीडिया ने शिखर सम्मेलन को "सदी की बैठक' करार दिया है। अखबार का दावा है कि यह अमेरिका और उत्‍तर कोरिया के संबंधों के मामले में एक युग की शुरुआत है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Wed, 13 Jun 2018 03:30 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jun 2018 03:48 PM (IST)
ट्रंप-किम शिखर वार्ता के बाद प्योंगयांग में बड़ी जीत का जश्‍न, अमेरिकी विशेषज्ञ निराश
ट्रंप-किम शिखर वार्ता के बाद प्योंगयांग में बड़ी जीत का जश्‍न, अमेरिकी विशेषज्ञ निराश

नई दिल्‍ली [ जेएनएन ]। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई शिखर वार्ता के नतीजों को लेकर भले ही अमेरिकी विशेषज्ञ आशावादी न हो, लेकिन किम के देश में इसे बड़ी सफलता और कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। उत्तर कोरिया के आधिकारिक समाचार पत्र में इस वार्ता को ऐतिहासिक करार दिया है। इस समाचार पत्र का दावा है कि शिखर वार्ता से कोरियाई प्रायद्वीप में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण का बेहतरीन माहौल मिलेगा।

शिखर सम्मेलन को "सदी की बैठक" करार दिया
उत्तर कोरिया की मीडिया ने इस शिखर सम्मेलन को प्योंगयांग की बड़ी जीत के रूप पेश किया है। मीडिया रिपोर्ट का दावा है कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने उत्‍तर कोरिया को काफी रियायत दी है। उत्तरी कोरिया के आधिकारिक अखबार रॉडोंग सिनमुन ने अपने पहले पेज पर इस खबर को प्रमुखता से स्‍थान दिया है। अख़बार ने शिखर सम्मेलन को "सदी की बैठक' करार दिया है। अखबार का दावा है कि यह अमेरिका और उत्‍तर कोरिया के संबंधों के मामले में एक युग की शुरुआत है।

कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने अमेरिका-दक्षिण कोरिया संयुक्त सैन्य अभ्यास को भी रोकने का इरादा व्यक्त किया है। इससे इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और एटमी निरस्‍त्रीकरण की प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा। एजेंसी का कहना है कि अमेरिका ने यह भरोसा दिलाया कि चरणबद्ध ढंग से इस योजना को लागू किया जाएगा। इस रिपोर्ट का प्रसारण स्टार नॉर्थ कोरियाई ब्रॉडकास्ट री चुन हे ने भी राज्य टेलीविजन पर किया।

शिखर वार्ता से निराश हुए अमेरिकी विशेषज्ञ
अमेरिकी विशेषज्ञों ने इस वार्ता को 'निक्सन गोज टू चाइना मोमेंट' की संज्ञा दी है। उनकी राय है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन चीन गए थे और तत्कालीन चेयरमैन माओ से मिले थे, लेकिन उनकी इस यात्रा का कोई ठोस परिणाम नहीं निकला था। इसी दौरे को अमेरिकी मीडिया ने मुहावरा बना दिया। विशेषज्ञों ने कहा है कि सिंगापुर में जिस संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर हुए हैं वह प्योंगयांग के दरकिनार किए जा चुके पुराने वादों का मिश्रण दिखता है।

ट्रंप ने बताया ऐतिहासिक करार
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इतिहास में एक नए अध्‍याय की शुरुआत हुई है। उन्‍होंने कहा कि किम के साथ एटमी निरस्‍त्रीकरण के लिए समझौता हुआ है। ट्रंप बोले- बातचीत उम्मीद से कहीं बेहतर हुई है। कोई भी जितना उम्मीद कर सकता है उससे बेहतर बातचीत हुई है। उन्‍होंने कहा कि हम दोनों के बीच बेहतर रिश्ते हैं और हम मिलकर बड़ी समस्या का हल करेंगे। हम साथ मिलकर काम करेंगे और हर तरह से उत्तर कोरिया का ध्यान रखेंगे। हमारे रिश्ते शानदार रहेंगे। 

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