मलेशिया में बांग्लादेशी वर्कर गिरफ्तार, प्रवासियों के साथ दुर्व्यवहार का सरकार पर लगाया था आरोप

मलेशिया सरकार पर प्रवासियों के साथ गलत व्यवहार का आरोप लगाने वाले बांग्लादेशी वर्कर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे वापस अपने देश भेज दिया जाएगा।

By Monika MinalEdited By: Publish:Sat, 25 Jul 2020 02:34 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jul 2020 02:34 PM (IST)
मलेशिया में बांग्लादेशी वर्कर गिरफ्तार, प्रवासियों के साथ दुर्व्यवहार का सरकार पर लगाया था आरोप
मलेशिया में बांग्लादेशी वर्कर गिरफ्तार, प्रवासियों के साथ दुर्व्यवहार का सरकार पर लगाया था आरोप

कुआलालंपुर, रॉयटर्स। मलेशिया में बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया जिसने प्रवासी श्रमिकों के साथ व्यवहार के मद्देनजर सरकार की निंदा की। अल जजीरा (Al Jazeera) की 3 जुलाई को प्रकाशित एक रिपोर्ट में सरकार की निंदा की गई। दरअसल, कागजातों के बगैर आए आए प्रवासियों के साथ हो रहे बर्ताव के लिए सरकार की आलोचना करने वाले बांग्लादेश के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है और उसे वापस अपने देश भेजा जाएगा। 

इस रिपोर्ट के बाद इसे गलत होने की शिकायत मिलते ही  पुलिस ने मामले में जांच शुरू की। इसमें बांग्लादेशी वर्कर मोहम्मद रेहान कबीर ने बयान दिया है जिसमें मलेशिया सरकार पर प्रवासियों के साथ गलत व्यवहार का आरोप लगाया गया है। हालांकि अल-जज़ीरा ने अपनी रिपोर्ट का पक्ष लिया है। रिपोर्ट के लिए पूछताछ को लेकर पुलिस ने अल जजीरा के पत्रकार को बुलाया जिसके बाद मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर भी सवाल उठाए गए। आव्रजन विभाग ने बताया कि 25 वर्षीय रेहान कबीर को शुक्रवार को खुफिया इकाई ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पहले उसका वर्क वीजा रद किया गया। मलेशियाई अधिकारियों ने कहा कि वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह कदम आवश्यक था। प्रवासी श्रमिकों को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा गया। लोगों का कहना है कि प्रवासियों के कारण संक्रमण फैलने का खतरा काफी है।

 आव्रजन महानिदेशक खैरुल दज़ाईमी दाउद ने शनिवार को बताया, 'हिरासत में लिए गए बांग्लादेशी नागरिक को उसके देश वापस भेज दिया जाएगा। साथ ही हमेशा के लिए उसके मलेशिया आने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।'  अल जजीरा ने बिना हस्तक्षेप के रिपोर्टिंग की स्वतंत्रता के अधिकार की मांग की और मलेशिया से आपराधिक जांच समाप्त करने का अनुरोध किया है। नॉवेल कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के मद्देनजर सैंकड़ों बगैर कागजात वाले विदेशियों को मलेशिया में गिरफ्तार किया गया जिसमें बच्चे और रोहिंग्या शरणार्थी शामिल थे। एक्टिविस्ट ने इस गिरफ्तारी को अमानवीय बताते हुए  निंदा की है।

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