Corona Virus: यूरोप में आइसीयू की जबर्दस्त कमी, बनाए जा रहे अस्थायी अस्पताल

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से यूरोपीय देशों में सघन चिकित्सा इकाइयों (आइसीयू) की जबर्दस्त कमी हो गई है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 01 Apr 2020 07:59 PM (IST) Updated:Wed, 01 Apr 2020 07:59 PM (IST)
Corona Virus: यूरोप में आइसीयू की जबर्दस्त कमी, बनाए जा रहे अस्थायी अस्पताल
Corona Virus: यूरोप में आइसीयू की जबर्दस्त कमी, बनाए जा रहे अस्थायी अस्पताल

रोम, एपी। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से यूरोपीय देशों में सघन चिकित्सा इकाइयों (आइसीयू) की जबर्दस्त कमी हो गई है। यूरोपीय देश मरीजों की बढ़ती तादात के मद्देनजर नए अस्थायी अस्पताल बना रहे हैं और कोरोना मरीजों को हाई स्पीड ट्रेनों व सैन्य विमानों से कम प्रभावित शहरों के अस्पतालों में भेज रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि क्या नए अस्पतालों के लिए इतनी जल्दी पर्याप्त संख्या में स्वस्थ चिकित्साकर्मी मिल सकेंगे।

पर्याप्त चिकित्साकर्मियों की उपलब्धता भी बड़ा सवाल

चीन के बाद अब इटली में भले ही कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की दर में कमी आ रही हो, लेकिन स्पेन और फ्रांस के अस्पताल कोरोना मरीजों से भर चुके हैं। अमेरिका और ब्रिटेन में तो कोरोना मरीजों की बाढ़ सी आ गई है। पेरिस में एक इमरजेंसी वर्कर क्रिस्टोफ प्रुधोम ने हालात बयां करते हुए कहा, 'ऐसा लगता है जैसे हम तीसरी दुनिया के किसी देश में हैं। हमारे पास पर्याप्त संख्या में मास्क और सुरक्षा उपकरण तक नहीं हैं। इस हफ्ते के आखिर तक हमें शायद और दवाओं की जरूरत भी पड़ेगी।'

रूस ने चिकित्सा उपकरण और मास्क अमेरिका भेजे

हालात को ऐसे भी समझा जा सकता है कि धनी देश अब अपने से कम धनी देशों से मदद स्वीकार करने लगे हैं। बुधवार को रूस ने चिकित्सा उपकरण और मास्क अमेरिका भेजे हैं। क्यूबा ने अपने डॉक्टर फ्रांस भेजे हैं। तुर्की ने जहाज भरकर मास्क, हेजार्डस मैटिरियल सूट, गोगल्स और कीटाणुनाशक इटली और स्पेन भेजे हैं।

जर्मनी से मांगी मदद

जर्मनी के एक अखबार में विज्ञापन देकर इटली के विभिन्न शहरों के मेयर और क्षेत्रीय गवर्नरों ने जर्मनी से मदद की अपील की है। इसमें 1953 के युद्ध के बाद जर्मनी की मदद करने का हवाला देते हुए कहा गया है, प्यारे जर्मन मित्रों, यादें हमेशा हमें सही निर्णय लेने में मदद करती हैं। इस पर इटली के दक्षिणपंथी और वामपंथी पार्टियों के मेयर के हस्ताक्षर हैं। दरअसल, फ्रांस, स्पेन, इटली सहित यूरोपीय यूनियन (ईयू) के नौ देश ईयू से कोरोना बांड जारी करने की अपील कर चुके हैं, लेकिन जर्मनी, नीदरलैंड्स, फिनलैंड और आस्टि्रया इसका विरोध कर रहे हैं।

यूरोप में हो चुकी है काफी संख्‍या में मौत 

ज्ञात हो कि इटली में मंगलवार को जहां 837 लोगों की मौत हो गई, वहीं ब्रिटेन में 381 लोगों की जान चली गई। बुधवार को 499 लोगों की मौत हुई है। ब्रिटेन में एक दिन में मरने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या है। इटली में मरने वालों की संख्‍या 12 हजार से ज्‍यादा हो गर्इ है। स्‍पेन में 30 मार्च को जहां 913 लोगों की जान गई थी वहीं 31 मार्च को इनकी संख्‍या 748 थी। स्‍पेन में कोरोना वायरस से बीते 24 घंटे में 864 लोगों की मौत हो गई है जबकि संक्रमित लोगों की संख्‍या एक लाख को पार करके 1,02,136 पर पहुंच गई हैं। स्‍पेन में कोरोना संक्रमण से अब तक 9,053 लोग मारे जा चुके हैं।

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