इंडोनेशिया में बाढ़ से बिगड़े हालात, राष्ट्रपति भवन में भी घुसा पानी

इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं। शहर के कई इलाकों में पांच फीट तक पानी भरने से घरों और इमारतों में हजारों लोग फंस गए हैं।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Tue, 25 Feb 2020 04:00 PM (IST) Updated:Tue, 25 Feb 2020 04:00 PM (IST)
इंडोनेशिया में बाढ़ से बिगड़े हालात, राष्ट्रपति भवन में भी घुसा पानी
इंडोनेशिया में बाढ़ से बिगड़े हालात, राष्ट्रपति भवन में भी घुसा पानी

जकार्ता, एपी। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं। शहर के कई इलाकों में पांच फीट तक पानी भरने से घरों और इमारतों में हजारों लोग फंस गए हैं। राष्ट्रपति भवन में भी पानी घुस गया है। शहर की परिवहन व्यवस्था भी पटरी से उतर गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता अगस विबोवो ने कहा, 'भारी बारिश के चलते ग्रेटर जकार्ता की कई नदियों में बाढ़ आ गई है। इसके चलते कई रिहायशी और कारोबारी इलाकों में पांच फीट तक पानी भर गया है।' एक अधिकारी के अनुसार, 'मंगलवार सुबह बाढ़ का पानी राष्ट्रपति भवन परिसर में भी घुस गया, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। पंप के जरिये पानी को निकाला जा रहा है।' जकार्ता में रविवार रात भारी बारिश हुई थी।

300 से ज्यादा लोग हुए बेघर

शहर में स्थित देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिप्टो मंगुनकुसुमो में भी पानी भर गया है। अस्पताल की कई मशीनें और उपकरण खराब हो गए हैं। विबोवो ने बताया कि कई जिलों में पानी भरने से 300 से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं। कई इलाकों में बिजली काट दी गई है। टेलीविजन फुटेज में सैनिक और बचावकर्मी रबर की नौका के जरिये बच्चों और बुजुर्गो को प्रभावित इलाकों से निकालते देखे गए। इंडोनेशिया की मौसम एजेंसी ने आगामी दो हफ्ते तक बारिश होने का अनुमान लगाया है।

30 जनवरी को भी आई थी बाढ़

इससे पहले इंडोनेशिया में 30 जनवरी 2020 को बाढ़ औक भूस्खलन से नौ लोगों की मौत गई थी। जबकि हजारों लोगों ने शेल्टर हाउस में शरण ली थी। बाढ़ के कारण सड़कें, बिजली और घरों को खासा नुकसान हुआ है। बारिश के चलते तपनुली जिले में नदी का जलस्तर बढ़ गया। इसके चलते आसपास के क्षेत्र में बाढ़ आ गई। एजेंसी ने बताया कि पानी बहाव इतना तेज था कि ज्यादतर पीड़ित लकड़ी के बने घरों के साथ पीड़ित बह गए थे।

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