पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में स्वच्छता सुविधा निर्माण में मदद करेगा भारत, एमओयू साइन

नेपाल में काठमांडु स्थित पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में शौचालय के निर्माण के लिए भारत ने 3.72 करोड़ नेपाली रुपये की वित्तीय मदद देने का फैसला किया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 15 Jun 2020 10:28 PM (IST) Updated:Tue, 16 Jun 2020 02:56 AM (IST)
पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में स्वच्छता सुविधा निर्माण में मदद करेगा भारत, एमओयू साइन
पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में स्वच्छता सुविधा निर्माण में मदद करेगा भारत, एमओयू साइन

काठमांडु, एएनआइ। नेपाल में काठमांडु स्थित पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में शौचालय के निर्माण के लिए भारत ने 3.72 करोड़ नेपाली रुपये की वित्तीय मदद देने के सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू पर सोमवार को भारतीय दूतावास, संघीय मामलों व सामान्य प्रशासन मंत्रालय और काठमांडु मेट्रोपोलिटन सिटी (केएमसी) ने हस्ताक्षर किए। भारतीय दूतावास की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इसे नेपाल-भारत मैत्री विकास साझेदारी के तहत उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजना (एचआइसीडीपी) के तौर पर वित्तीय मदद दी जाएगी।

पशुपति क्षेत्र विकास ट्रस्ट (पीएडीटी) ने पिछले साल अक्टूबर में परियोजना प्रस्ताव दूतावास को भेजा था। परियोजना के तहत पशुपतिनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के इस्तेमाल के लिए शौचालय के निर्माण के लिए भारत 3.72 करोड़ नेपाली रुपये की वित्तीय मदद देगा। परियोजना का क्रियान्वयन केएमसी नेपाल सरकार के मानकों के अनुरूप करेगा। केएमसी को इसके लिए निविदा प्रक्रिया के जरिये उचित कांट्रेक्टर तलाशने का अधिकार होगा। कांट्रेक्ट देने के 15 महीने में कार्य पूरा किया जाएगा।

उल्‍लेखनीय है कि भारत की ओर से यह पहलकदमी ऐसे वक्‍त में की गई है जब नेपाल के सीमा सुरक्षा बलों द्वारा सीमा पर की गई अंधाधुंध गोलीबारी में एक भारतीय जान गवां चुका है। यही नहीं नेपाल ने अपने नक्शे को संशोधित करते हुए भारत के कब्जे वाले कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को अपने क्षेत्र के हिस्से के रूप में दिखाया है। हालांकि भारत ने नेपाल के इस कदम की निंदा की थी और दो टूक कहा था कि नेपाल का संशोधित नक्शा ऐतिहासिक तथ्यों और साक्ष्यों पर आधारित नहीं है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि नेपाल को ऐसे कदमों से बचना चाहिए।

हालांकि संबंधों में आई तल्खी को दूर करने की दिशा में पहल भी होने लगी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को भाजपा की गढ़वाल संभाग की वर्चुअल रैली (उत्तराखंड जन संवाद) में कहा कि पड़ोसी देश नेपाल के साथ भारत का सामान्य नहीं, बल्कि रोटी-बेटी का रिश्ता है। विश्व की कोई ताकत इसे तोड़ नहीं सकती। उन्होंने कहा कि मानसरोवर यात्रा को सुगम बनाने के मद्देनजर भारतीय क्षेत्र में बनी धारचूला-लिपुलेख लिंक रोड को लेकर नेपाल में कुछ गलतफहमी पैदा हुई है। इसका समाधान मिल-बैठकर निकाल लिया जाएगा।

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