आस्ट्रिया ने रूस के लिए जासूसी कर रहे कर्नल के खिलाफ जांच शुरू की

आस्ट्रिया ने सेना के एक कर्नल के खिलाफ दशकों से रूस के लिए जासूसी करने के संदेह में जांच शुरू की है। चांसलर सेबस्टिअन क्रूज ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 07:20 PM (IST) Updated:Fri, 09 Nov 2018 07:20 PM (IST)
आस्ट्रिया ने रूस के लिए जासूसी कर रहे कर्नल के खिलाफ जांच शुरू की
आस्ट्रिया ने रूस के लिए जासूसी कर रहे कर्नल के खिलाफ जांच शुरू की

वियना, एएफपी/रायटर। आस्ट्रिया ने सेना के एक कर्नल के खिलाफ दशकों से रूस के लिए जासूसी करने के संदेह में जांच शुरू की है। चांसलर सेबस्टिअन क्रूज ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यूरोपीय यूनियन के देशों में मास्को पर जासूसी कराने के आरोपों की श्रृंखला में यह नया मामला है।

आस्ट्रिया की विदेश मंत्री कारिन कनैसल ने राजदूत की अनुपस्थिति में रूस के प्रभारी अधिकारी को समन किया है। उन्होंने अपना आगामी रूस दौरा टाल दिया है। संवाददाता सम्मेलन में क्रूज ने कहा कि कर्नल अब रिटायर हो चुका है। संदेह है कि रूसी गुप्तचर के साथ उसने 1990 के आसपास काम करना शुरू किया था और 2018 तक जासूसी करता रहा।

चांसलर ने कहा, 'चाहे नीदरलैंड हो या आस्ट्रिया यदि ऐसे मामले की पुष्टि होती है तो इतना तय है कि इससे यूरोपीय यूनियन और रूस के बीच संबंध नहीं सुधर सकते हैं।' उन्होंने अप्रैल में नीदरलैंड द्वारा रूस के चार एजेंटों को निलंबित किए जाने की ओर इशारा किया। इन एजेंटों को हेग में दुनिया के रासायनिक हथियार वाचडॉग पर साइबर हमले की योजना बनाने के आरोप में निलंबित किया गया था।

क्रूज ने कहा कि यूरोप में रूस की जासूसी को कतई मंजूर नहीं किया जाएगा और यह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि आस्ट्रिया ने रूसी पक्ष से पारदर्शी सूचना की मांग की है। हमारा देश आगे की कार्रवाई के लिए यूरोपीय साझीदारों से संपर्क करेगा।

कुछ सप्ताह पहले पता चला 
आस्ट्रिया के रक्षा मंत्री मारिओ कुनासेक ने कहा कि दूसरी यूरोपीय गुप्तचर एजेंसियों से सूचना के बाद कुछ सप्ताह पहले यह मामला सामने आया। उन्होंने कहा कि कर्नल ने अपना लैपटाप सहित तकनीकी उपकरण सौंप दिए हैं जिसकी जांच की जा रही है।

रूस ने आस्ट्रिया के राजदूत को बुलाया
उधर, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रिटायर आस्ट्रियाई कर्नल पर मास्को के लिए जासूसी करने के आरोप की जानकारी सामने आने से उन्हें हैरत हुई है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस मुद्दे पर बातचीत के लिए उसने आस्ट्रिया के राजदूत को बुलाया है।

chat bot
आपका साथी