सीरिया के अज़ाज में कार बम हमले में 5 की मौत, 85 घायल: रिपोर्ट

सीरिया में एक कार बम हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और 85 अन्य घायल हो गए हैं।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Mon, 20 Jul 2020 09:59 AM (IST) Updated:Mon, 20 Jul 2020 10:11 AM (IST)
सीरिया के अज़ाज में कार बम हमले में 5 की मौत, 85 घायल: रिपोर्ट
सीरिया के अज़ाज में कार बम हमले में 5 की मौत, 85 घायल: रिपोर्ट

इस्तांबुल, रायटर। उत्तर पश्चिमी सीरिया के अज़ाज़ क्षेत्र में एक कार बम हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और 85 अन्य घायल हो गए। एक स्थानीय अस्पताल ने रविवार को सीरिया और तुर्की के राज्य मीडिया को बताया। तुर्की के अनादोलु एजेंसी ने कहा कि यह घटना तुर्की के दक्षिणी प्रांत किलिस से सीमा पार सिस्को गांव में हुई। इसमें कहा गया है कि घायलों में से 15 को तुर्की की सीमा के एक अस्पताल में ले जाया गया था और कुछ की हालत गंभीर थी।

2016 में सीरिया में अंकारा की पहली घुसपैठ के बाद से अज़ाज़ तुर्की द्वारा समर्थित विद्रोहियों के नियंत्रण में है। यह एक ऑपरेशन था, जिसका उद्देश्य इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों और सीरिया की सीमा से सीरियाई कुर्द वाईपीजी मिलिशिया को निकालना था। अंकारा अमेरिका समर्थित वाईपीजी को आतंकवादी संगठन मानता है। ऑपरेशन 2017 में समाप्त हो गया था।

बता दें कि सीरिया में रविवार को सरकारी क्षेत्र में संसदीय चुनाव हुआ था। राष्ट्रपति बशर अल-असद द्वारा देश के अधिकांश हिस्सों पर नियंत्रण वापस लिए जाने के बाद देश एक ढहती अर्थव्यवस्था और नए अमेरिकी प्रतिबंधों के खिलाफ संघर्ष कर रहा है।

पिछले हफ्ते सीरिया के रक्का स्थित कुर्दिश नीत सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेज (SDF) मिलिट्री प्रॉसीक्यूटर के कार्यालय में बम धमाकों की सूचना मिली थी। रक्का के उत्तरी प्रांत में तीन सिलसलेवार विस्फोट हुए था। इस घटना में किसी के हताहत होने की अब तक कोई जानकारी नहीं मिली थी। बता दें कि वर्ष 2011 से सीरिया में युद्ध का माहौल है।

सीरिया में मानवीय राहत पहुंचाने का अहम प्रस्ताव पारित

वर्षों से विभिन्‍न देशों के लिए युद्ध भूमि बने पश्चिमोत्तर सीरिया में तुर्की के रास्‍ते मानवीय राहत पहुंचाने के लिए एक अहम प्रस्ताव सुरक्षा परिषद में पारित हो गया है। इस प्रस्ताव के माध्‍यम से बाब अल-हावा बॉर्डर क्रॉसिंग से होकर अगले एक वर्ष तक भोजन, दवाओं और अन्य जीवनरक्षक सेवाओं को जरूरतमंदों तक भेजा जाना संभव हो सकेगा। गौरतलब है कि बाब अल-हावा इदलिब तक मानवीय राहत पहुंचाने के लिए एक अहम पड़ाव है। गौरतलब है कि इस वर्ष के शुरुआत में सुरक्षा परिषद में चली लंबी वार्ता के बाद सीमा-पार से राहत वितरण के लिए अनुमति मिल गई थी। लेकिन ये अनुमति केवल अल्‍पकाल के लिए ही थी जो 10 जुलाई को खत्‍म भी हो गई थी।

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