इराक का खुलासा, ईरान ने बताया था कि अमेरिकी ठ‍िकानों पर वह बरसाने जा रहा है मिसाइलें

Iran launches missiles attack against US in Iraq ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्‍य ठिकानों को निशाना बनाते हुए एक दर्जन से ज्‍यादा मिसाइलों से हमला बोला है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 08 Jan 2020 07:31 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 05:39 PM (IST)
इराक का खुलासा, ईरान ने बताया था कि अमेरिकी ठ‍िकानों पर वह बरसाने जा रहा है मिसाइलें
इराक का खुलासा, ईरान ने बताया था कि अमेरिकी ठ‍िकानों पर वह बरसाने जा रहा है मिसाइलें

बगदाद, एजेंसियां। ईरान ने बुधवार को तड़के इराक में अमेरिका के दो सैनिक ठिकानों पर एक दर्जन से ज्‍यादा मिसाइलें दागी। पेंटागन की मानें तो ईरान ने इरबिल और अल असद (Al-Assad and Irbil) में उस एयरबेस को निशाना बनाया जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल डेरा डाले हैं। ईरानी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि ईरान के ताजा मिसाइल हमलों में 80 लोगों की मौत हुई है जबकि इराकी सेना का कहना है कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट में ईरानी मिसाइलों की संख्‍या 22 बताई गई है। वहीं इराकी प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से एक सनसनीखेज खुलासा किया गया है। 

हमले से पहले ईरान ने इराकी पीएमओ को दी थी जानकारी  

समाचार एजेंसी एएफपी ने इराकी प्रधानमंत्री कार्यालय के हवाले से एक सनसनीखेज खुलासा किया है। इराकी प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, अमेरिकी बलों पर हमला करने से पहले ईरान ने अपने आधिकारिक संदेश में इराक को बताया था कि वह अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाने वाला है। इराकी पीएमओ ने बताया कि हमें इस्‍लामिक रिपब्लिक ईरान की ओर से यह संदेश मिला था कि वे कासिम सुलेमानी की हत्‍या के बदले में जल्‍द जवाबी कार्रवाई करने जा रहे हैं। चेतावनी में यह भी कहा गया था कि यह स्‍ट्राइक केवल अमेरिकी ठिकानों तक ही सीमित होगी।  

खामेनेई बोले- अमेरिका के मुंह पर करारा तमाचा  

इस बीच ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई Ayatollah Ali Khamenei ने कहा है कि अमेरिका, इजराइल और पश्चिम का घमंडी सिस्‍टम (Arrogant System) ईरान का दुश्‍मन है। ईरान की यह सैन्‍य कार्रवाई अमेरिका के मुंह पर करारा तमाचा है। उन्‍होंने कहा कि पिछली रात अमेरिका के मुंह पर करारा तमाचा पड़ा है। खामनेई देश के सरकारी टीवी चैनल पर आवाम को संबोधित कर रहे थे। वहीं ईरानी राष्‍ट्रपति हसन रुहानी के एक सहायक ने कहा कि इराक में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के बाद हुई किसी भी अमेरिकी जवाबी कार्रवाई से मध्य पूर्व में युद्ध छिड़ सकता है।

ट्रंप ने दूसरे मुल्‍क के नेताओं से की बात 

समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा दल के साथ बैठक की है जिसमें विदेश मंत्री माइक पोंपियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर मौजूद थे। हालांकि, इस बैठक को लेकर अमेरिका की ओर से अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। व्हाइट हाउस की मानें तो राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हदम अल थानी से इराक और ईरान के मसले पर चर्चा की। यही नहीं ट्रंप ने जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को भी फोन करके पश्चिम एशिया और लीबिया में सुरक्षा हालातों पर बातचीत की। 

ट्रंप ने जताया दुख, बोले- कल दूंंगा बयान  

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी बलों के ठिकाने पर हुए ताजा हमले पर दुख जताया है। ह्वाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। ट्रंप को ईरान के हमले के बारे में जानकारी दी गई है। वहीं अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि सब ठीक है... ईरान ने इराक में दो सैन्‍य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए हैं। हमले में हताहतों की संख्‍या का आकलन किया जा रहा है। हमारे पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है। मैं कल सुबह बयान दूंगा। 

#WATCH: Iran launched over a dozen ballistic missiles at 5:30 p.m. (EST) on January 7 and targeted at least two Iraqi military bases hosting US military and coalition personnel at Al-Assad and Irbil, in Iraq. pic.twitter.com/xQkf9lG6AP — ANI (@ANI) January 8, 2020

ईरान बोला, बदला हुआ पूरा, अमेरिका ने किया पलटवार तो भड़केगा युद्ध 

ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने अमेरिकी बलों पर किए गए ताजा हमले को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताते हुए कहा है कि इससे कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा हो गया है। उन्‍होंने यह भी कहा कि हम तनाव बढ़ाना या युद्ध नहीं चाहते हैं लेकिन किसी भी हमले से अपनी रक्षा जरूर करेंगे। हम आत्‍मरक्षा के अंतरराष्‍ट्रीय कानूनों पर अमल करेंगे।

 

अमेरिकी बलों को वापस जाने को कहा 

इस बीच इराक में लड़ रहे ईरानी रिवोल्‍यूशनरी गार्ड ने अमेरिकी बलों को क्षेत्र से वापस जाने के लिए कहा है। ईरानी सैन्‍य बल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हम अमेरिका के सभी साथियों को चेतावनी देते हैं कि वे एक आतंकी सेना को अपने बेस इस्तेमाल न करने दें। खासकर इराक के संदर्भ में कहा गया है कि यदि क्षेत्र का कोई मुल्क अपनी धरती को ईरान के खिलाफ हमले में इस्तेमाल होने देता है तो उसको भी निशाना बनाया जाएगा।

अमेरिका ने ईरान-इराक के से नागरिक उड़ाने बंद की 

US aircraft restricted from flying over Iraq and Iran अमेरिका और ईरान के बीच उपजे तनाव की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिका की फेडरल एविएशन कमीशन ने ईरान, इराक और ओमान की खाड़ी की तरफ जाने वाले यात्री विमानों के लिए नोटाम (नोटिस टू एयरमैन) जारी किए हैं। इसका मतलब यह है कि अमेरिका के यात्री विमान अब इन इलाकों के ऊपर से उड़ान नहीं भरेंगे।  

पेंटागन कर रहा आकलन 

समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के तुरंत बाद अमेरिका के मिलिट्री जेट्स हरकत में आ गए और आसमान में उनकी हलचल देखी गई। पेंटागन ने बुधवार को हुए ताजा ईरानी हमले के बाद कहा कि वह हमले में हुए नुकसान का आकलन कर रहा है। पेंटागन के प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने बताया कि ईरान की ओर से दागी गई मिसाइलों ने इराक में अल-असद और एरबिल स्थित कम से कम दो इराकी सैन्य अड्डों को निशाना बनाया जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं।  

अमेरिका की विपक्षी पार्टी ने किया विरोध 

अमेरिका ने कुर्दिस्तान से भी बातचीत की है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि पोंपियो ने कुर्दिस्तान की क्षेत्रीय सरकार के प्रधानमंत्री मसरूर बारजानी को फोन किया और ईरान के मिसाइल हमले पर बात की। इस बीच अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी ने ईरान के साथ बढ़ते तनाव के लिए ट्रंप को दोषी माना। अमेरिका के पूर्व उप राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इराक और ईरान में आज जो कुछ भी हो रहा है, उसका अनुमान लगाया जा सकता था। यही नहीं उन्‍होंने जनरल सुलेमानी की हत्या का आदेश देने के फैसले की निंदा की।  

ईरानी सेना के प्रमुख ने दी थी धमकी 

पिछले हफ्ते बगदाद हवाईअड्डे पर अमेरिका ने ड्रोन स्‍ट्राइक में ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी General Qasem Soleimani को मार गिराया था। इसके बाद ईरान ने अमेरिका से बदला लेने की धमकी दी थी। ईरान की धमकी के बाद अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने बयान जारी कर उसे ऐसा नहीं करने की हिदायत दी थी। साथ ही कहा था कि ईरान के 52 सांस्‍कृतिक धरोहरें उसके निशाने पर हैं। वहीं ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख हुसैन सलामी ने अमेरिका के समर्थन वाले स्थानों को आग के हवाले करने की धमकी दी थी।  

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