असद ने दी अमेरिका को चुनौती,विद्रोहियों पर बरसाए बैरल बम

असद ने जार्डन की सीमा और इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स से लगते इलाके को दोबारा हासिल करने की शपथ ले रखी है।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Sat, 23 Jun 2018 06:10 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jun 2018 06:10 PM (IST)
असद ने दी अमेरिका को चुनौती,विद्रोहियों पर बरसाए बैरल बम
असद ने दी अमेरिका को चुनौती,विद्रोहियों पर बरसाए बैरल बम

बेरुत, रायटर/एएफपी : सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने अमेरिका को चुनौती देते हुए विद्रोहियों के कब्जे वाले देश के दक्षिण-पश्चिम इलाके में हमले तेज कर दिए हैं। अमेरिकी हमले बंद नहीं होने पर सीरिया को गंभीर प्रतिक्रिया की चेतावनी दी है।

असद ने जार्डन की सीमा और इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स से लगते इलाके को दोबारा हासिल करने की शपथ ले रखी है। यहां से विद्रोहियों को खदेड़ने के लिए सीरिया की सेना ने इसी हफ्ते हमला शुरू किया। इसके चलते अमेरिका और रूस के बीच पिछले साल इस इलाके को लेकर हुआ संघर्ष विराम समझौता खतरे में पड़ गया है। अमेरिका के सहयोगी इजरायल के लिए यह क्षेत्र सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। इजरायल ने भी इस साल ईरान समर्थित असद से जुड़े मिलिशिया पर हमले तेज कर दिए।

रूस समर्थित सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने शुक्रवार को कहा कि सेना ने इलाके में आतंकी गतिविधियों को निशाना बनाया जबकि मानवाधिकार संगठन सीरियाई आब्जेवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि सीरियाई सरकार के हेलीकॉप्टरों ने एक दर्जन से ज्यादा बैरल बम गिराए। इससे भारी नुकसान पहुंचा है लेकिन किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। अल-हरिर समेत विद्रोहियों के कब्जे वाले शहरों को निशाना बनाया गया जबकि फ्री सीरिया आर्मी के बैनर तले लड़ रहे विद्रोही समूह जैश-ए-थावरा के प्रवक्ता अबू बाकर अल-हसन ने कहा कि तीन शहरों और गांवों पर बम गिराए गए।

यूएन प्रमुख की लड़ाई बंद करने की अपील

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटेनियो गुतेरस ने दक्षिण पश्चिम सीरिया में सैन्य कार्रवाई तत्काल बंद करने की अपील की है। उन्होंने सीरिया से कहा कि वह इस क्षेत्र में रूस, अमेरिका और जार्डन के साथ संघर्ष विराम में लौट आए।

सीरिया पर दबाव बनाए रूस : अमेरिका

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की दूत निक्की हेली ने रूस से आग्रह किया है कि वह शांति समझौते का पालन करने के लिए अपने सहयोगी सीरिया पर दबाव बनाए। इस क्षेत्र में हमले के चलते 11 हजार से ज्यादा लोगों को पलायन करना पड़ा है।

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