शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों का नरसंहार कर रहा चीन, अमेरिकी एनएसए ने चिनफिंग पर बोला हमला

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि चीन शिनजियांग क्षेत्र में रहने वाले उइगर मुस्लिमों का नरसंहार कर रहा है। अभी तक अमेरिका ने चीन द्वारा शिनजियांग में उठाए जा रहे कदमों की निंदा की थी लेकिन कभी उसे नरसंहार नहीं कहा था।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 17 Oct 2020 05:53 PM (IST) Updated:Sun, 18 Oct 2020 03:27 AM (IST)
शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों का नरसंहार कर रहा चीन, अमेरिकी एनएसए ने चिनफिंग पर बोला हमला
अमेरिका ने कहा कि चीन शिनजियांग क्षेत्र में रहने वाले उइगर मुस्लिमों का नरसंहार कर रहा है।

वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (US national security adviser) ने शुक्रवार को एक बार फिर चीन पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने (Robert O'Brien) कहा कि बीजिंग शिनजियांग क्षेत्र में रहने वाले उइगर मुस्लिमों का नरसंहार कर रहा है। अगर यह नरसंहार नहीं है तो इसके करीब ही कुछ वहां चल रहा है। बता दें कि अभी तक अमेरिका ने चीन द्वारा शिनजियांग में उठाए जा रहे कदमों की निंदा तो की थी, लेकिन कभी उसे नरसंहार नहीं कहा था।

ऐसा कहने के पीछे गहरे निहितार्थ हैं और माना जा रहा है कि आने वाले समय में अमेरिका चीन के खिलाफ कुछ कड़ी कार्रवाई कर सकता है। बता दें कि इससे पहले ब्रायन ने कहा था कि चीन के भारत जैसे पड़ोसी देशों को समझ लेना चाहिए कि अब बीजिंग से और बात करने का कोई फायदा नहीं है।

एस्पेन इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राबर्ट ओ ब्रायन ने हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक आंदोलन के खिलाफ चीन द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में भी बात की। ब्रायन ने शिनजियांग में रहने वाले लोगों के बालों से बने हेयर प्रोडक्ट के बड़े पैमाने पर जब्त किए जाने का भी उल्लेख किया।

उन्होंने कहा कि चीन की सरकार सचमुच उइगर महिलाओं का सिर मुंडवाकर हेयर प्रोडक्ट तैयार कराकर अमेरिका भेज रही है। यूएस कस्टम एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन ने जून में कहा था कि उसने बालों के उत्पादों से भरे एक जहाज को जब्त किया है।

जून में ही अमेरिकी विदेशी मंत्री माइक पोंपियो ने एक रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा था कि चीन शिनजियांग में मुस्लिम महिलाओं का जबरन गर्भपात करा रहा है। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि शिनजियांग में दस लाख से अधिक मुस्लिमों को हिरासत शिविरों में रखा गया है। हालांकि चीन इन्हें हिरासत शिविर नहीं बल्कि व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र कहता है।

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