वुहान में रह रहे भारतीयों ने कहा, भारत लॉकडाउन का करे सख्ती से पालन; आपस में बनाएं सामाजिक दूरी

Coronavirus एक करोड़ दस लाख की आबादी वाले इस शहर में लोगों से पूरी सख्ती से लॉकडाउन के नियमों का पालन कराया गया।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Thu, 09 Apr 2020 05:46 PM (IST) Updated:Thu, 09 Apr 2020 05:51 PM (IST)
वुहान में रह रहे भारतीयों ने कहा, भारत लॉकडाउन का करे सख्ती से पालन; आपस में बनाएं सामाजिक दूरी
वुहान में रह रहे भारतीयों ने कहा, भारत लॉकडाउन का करे सख्ती से पालन; आपस में बनाएं सामाजिक दूरी

बीजिंग, प्रेट्र। हिम्मत करके कुछेक भारतीय कोरोना के गढ़ वुहान में रुक गए थे। उन्हीं भारतीयों का कहना है कि इस वैश्विक महामारी से निपटने के बस दो ही तरीके हैं। पहला है सख्ती से लॉकडाउन को लागू करना और दूसरा सामाजिक दूरी के नियमों का हर वक्त पालन करना। उन्होंने भारतवासियों को सलाह दी है कि इन नियमों का पालन करके ही वह कोविड-19 से बच सकते हैं।

वुहान में भारतीय नागरिकों ने कहा कि वह बहुत खुश हैं कि 76 दिनों के बाद वुहान में बुधवार को सख्त लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म हो गया है। एक करोड़ दस लाख की आबादी वाले इस शहर में लोगों से पूरी सख्ती से लॉकडाउन के नियमों का पालन कराया गया। वुहान मे्ं बतौर हाइड्रोबायोलॉजिस्ट काम कर रहे अरुणजीत टी. सत्राजीत ने बताया कि 73 दिन से अधिक समय तक मैं अपने कमरे में रहा। आज मुझे ठीक से बोलने के लिए प्रयास करना पड़ रहा है क्योंकि इतने हफ्ते मेरे पास बातचीत के लिए कोई नहीं था। सभी लोग अपने घरों के अंदर थे।

लॉकडाउन किया जाना अच्छा फैसला

हाइड्रोबायोलॉजिस्ट केरल से हैं और भारत सरकार के वुहान से एयर इंडिया के विमान से 700 भारतीयों को निकालने के बावजूद उन्होंने वहीं रुकना पसंद किया। उन्हें लगा कि केरल वापस लौटने से उनके बुजुर्ग मां-बाप और बीवी-बच्चे भी संक्रमित हो सकते थे। माइक्रोबायोलिजिस्ट से हाइड्रोबायोलॉजिस्ट बने अरुणजीत ने कहा कि पूरे भारत में लॉकडाउन किया जाना बेहद अच्छा फैसला है। लेकिन बड़ी समस्या तब होगी जब मानसून के सीजन में लोगों की इम्मयूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) फिर कम हो जाएगी। इसलिए अभी वक्त है और लॉकडाउन के जरिये इस संक्रमण से छुटकारा पा लें।

वुहान में रह रहे एक अन्य भारतीय वैज्ञानिक ने बताया कि पूरे 72 दिनों तक उन्होंने खुद को अपने फ्लैट में बंद रखा। उनके पड़ोसी के तीन छोटे बच्चे हैं। उन्हें एक बार भी अपने फ्लैट के बाहर आते नहीं देखा। उन्होंने भी भारतीयों को सलाह दी है कि वह पूरी सख्ती से लॉकडाउन का पालन करें।

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