चिनफिंग बोले- चीन एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेगा, हम खूनी संघर्ष को तैयार

चिनफिंग ने चीन की संसद के सत्र के अंतिम दिन 30 मिनट का उग्र राष्ट्रवादी भाषण दिया। उन्होंने कहा कि आधुनिक काल की शुरुआत से महान चीनी राष्ट्र का कायाकल्प हमारे देश का सबसे बड़ा सपना रहा है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Tue, 20 Mar 2018 09:39 PM (IST) Updated:Wed, 21 Mar 2018 07:56 AM (IST)
चिनफिंग बोले- चीन एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेगा, हम खूनी संघर्ष को तैयार
चिनफिंग बोले- चीन एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेगा, हम खूनी संघर्ष को तैयार

बीजिंग, पीटीआइ। आजीवन सत्ता में बने रहने का रास्ता साफ होने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मंगलवार को सख्त तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि चीन अपने क्षेत्र का एक इंच जमीन भी किसी को नहीं देगा। साथ ही कहा कि वह दुनिया में अपना उचित स्थान पाने के लिए खूनी संघर्ष को तैयार हैं।

चिनफिंग ने चीन की संसद के सत्र के अंतिम दिन 30 मिनट का उग्र राष्ट्रवादी भाषण दिया। उन्होंने कहा कि आधुनिक काल की शुरुआत से महान चीनी राष्ट्र का कायाकल्प हमारे देश का सबसे बड़ा सपना रहा है। उन्होंने कहा, 'चीन और उसके लोगों का मानना है कि हमारी जमीन का एक इंच भी चीन से अलग नहीं होगा।' हालांकि चिनफिंग ने किसी क्षेत्र संबंधी मसले का उल्लेख नहीं किया, लेकिन भारत सहित पड़ोसी देशों के साथ चीन का सीमा विवाद चल रहा है।

उन्होंने कहा कि चीनी लोग अजेय और दृढ़ हैं। हमने दुश्मन के खिलाफ खूनी लड़ाइयां लड़ी हैं। दुनिया में उचित स्थान पाने के लिए हमारे पास मजबूत क्षमताएं हैं। चीनी लोगों में चीनी राष्ट्र के कायाकल्प की क्षमता है। चिनफिंग ने कहा, 'मुझे उम्मीद है 1.3 अरब चीनी लोगों का यह सपना हम अवश्य ही सच्चाई में बदलेंगे।'

अलगाववादियों को सख्त संदेश

चिनफिंग ने अलगाववादियों को सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमें देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करनी चाहिए और मातृभूमि का पूर्ण एकीकरण हासिल करना चाहिए। देश में अलगाववाद को का प्रयास सफल नहीं होगा। अलगाववादी की कार्रवाइयों को चीनी जनता से ऐतिहासिक निंदा और सजा मिलेगी। उनमें अलगाववादी कार्रवाइयों पर विजय पाने की क्षमता है। चिनफिंग का इशारा ताइवान की तरफ था।

चिनफिंग ने बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (बीआरआइ) को लेकर दुनिया की चिंताओं को दूर करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि चीन का विकास किसी देश के लिए खतरा नहीं है। चीन के राष्ट्रपति ने पहली बार संसद के सत्रावसान को संबोधित किया। हर वर्ष चीन के प्रधानमंत्री प्रेस कांफ्रेंस के साथ संसद सत्र का अंत होता है।

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