अवैध रूप से सीमा पार करने के मामले में 10 हांगकांग के कार्यकर्ताओं को 3 साल तक की सजा

चीन की एक अदालत ने अवैध रूप से सीमा पार करने के मामले में हांगकांग के 10 कार्यकर्ताओं को सात महीने से तीन साल की सजा सुनाई है। चीन की इस कार्रवाई ने अंतरराष्‍ट्रीय जगत का ध्‍यान अपनी ओर आकर्षित किया है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Wed, 30 Dec 2020 01:40 PM (IST) Updated:Wed, 30 Dec 2020 01:40 PM (IST)
अवैध रूप से सीमा पार करने के मामले में 10 हांगकांग के कार्यकर्ताओं को 3 साल तक की सजा
अवैध रूप से सीमा पार करने के मामले में हांगकांग के कार्यकर्ताओं को सजा। फाइल फोटो।

बीजिंग, एजेंसी। चीन की एक अदालत ने अवैध रूप से सीमा पार करने के मामले में हांगकांग के 10 लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को बुधवार को सात महीने से तीन साल तक की सजा सुनाई है। चीन की इस कार्रवाई ने अंतरराष्ट्रीय जगत का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। बता दें कि इन लोगों को इस वर्ष 23 अगस्त को नाव से ताइवान भागते समय पकड़ा गया था। हांगकांग की सीमा से लगते शेनजेन शहर की अदालत ने आठ लोगों को अवैध रूप से सीमा पार करने का दोषी मानते हुए उन्हें सात महीने की जेल और 10,000 युआन (1,533 डॉलर) जुर्माने की सजा सुनाई है।

वहीं कोर्ट ने तांग काई-यिन (31) और क्विन मून (33) को इस वारदात का सरगना माना है और उन्हें सात वर्ष जेल की सजा सुनाई है। यिन पर बीस हजार युआन और मून पर पंद्रह हजार युआन का जुर्माना लगाया गया है। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि इन दोनों ने दूसरों के कहने पर इस वारदात को अंजाम दिया है। कोर्ट की इस टिप्पणी से माना जा रहा है कि इस मामले में और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं के परिजनों ने पक्ष रखने के लिए एक वकील को नियुक्त किया था, लेकिन उन्हें मुवक्किलों से नहीं मिलने दिया गया।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने चीन में बंद इन कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की है। समूह की एशिया-पैसिफिक क्षेत्र की निदेशक यामिनी मिश्रा ने एक बयान में कहा कि जिन हांगकांग समर्थक कार्यकर्ताओं को सजा सुनाई गई है, उन्हें जेल में यातनाओं का सामना करना पड़ सकता है। अदालत ने कहा है कि सभी 10 कार्यकर्ताओं ने अपना जुर्म कुबूल किया है।

 फैसला सुनाए जाने के दौरान ये सभी अदालत में मौजूद थे। कार्यकर्ता अपना पक्ष रख सकें, इसके लिए एक सरकारी वकील भी नियुक्त किया गया था, लेकिन फैसले के बाद उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। पकड़ी गई नाव में दो अन्य लोग भी सवार थे और उन्होंने अपना जुर्म भी कुबूल किया है, लेकिन नाबालिग होने के चलते उन पर आरोप तय नहीं किए गए। बता दें कि चीन द्वारा नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू किए जाने के बाद लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं के लिए ताइवान लोकप्रिय गंतव्य बन गया है। हालांकि असंतोष को दबाने के लिहाज से लोगों को यहां जाने से भी रोका जाता है।

अमेरिका ने सिटीजन जर्नलिस्ट को सजा सुनाए जाने की निंदा

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने वुहान में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने पर लाइवस्ट्रीम रिपोìटग दिखाने वाली महिला पत्रकार को सजा सुनाए जाने की निंदा की है। पोंपियो ने एक बयान में कहा, 'अमेरिका पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) सिटीजन जर्नलिस्ट झांग झान को सजा सुनाए जाने की कड़ी निंदा करता है। हम पीआरसी सरकार से उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग करते हैं।' उन्होंने कहा कि चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) ने एक बार फिर दिखा दिया है कि वह उन सभी लोगों की आवाज चुप करा देगी जो उसके खिलाफ आवाज उठाएंगे।

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