China Missile Test: अब बीच हवा में ही दुश्मन की मिसाइल को मार गिराएगा चीन, मिसाइल टेस्‍ट कर किया दावा

चीन ने बीच हवा में ही दुश्मन की मिसाइल को मार गिराने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। हालांकि चीनी रक्षा मंत्रालय (Chinese Defence Ministry) की ओर से इस मिसाइल परीक्षण को रक्षात्‍मक कार्रवाई बताया है। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 20 Jun 2022 04:11 PM (IST) Updated:Mon, 20 Jun 2022 04:39 PM (IST)
China Missile Test: अब बीच हवा में ही दुश्मन की मिसाइल को मार गिराएगा चीन, मिसाइल टेस्‍ट कर किया दावा
चीन ने बीच हवा में ही दुश्मन की मिसाइल को मार गिराने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया है।

बीजिंग, एपी। चीन लगातार अपनी सैन्‍य ताकत में बढ़ोतरी कर रहा है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने बीच हवा में ही दुश्मन की मिसाइल को मार गिराने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। हालांकि चीनी रक्षा मंत्रालय (Chinese Defence Ministry) की ओर से इस मिसाइल के बारे में कोई विस्‍तृत जानकारी नहीं दी गई है लेकिन यह जरूर कहा है कि यह पूरी तरह रक्षात्‍मक कार्रवाई है। चीन का कहना है कि यइ मिसाइल टेस्‍ट किसी भी देश के प्रति लक्षित नहीं है।  

एपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन की रक्षा प्रणाली में मिसाइलें की बेहद महत्‍वपूर्ण भूमिका है। यह चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम की नींव हैं। चीन की ओर से यह परीक्षण ऐसे समय में किया गया है जब ताइवान के खिलाफ उसकी आक्रामकता लगातार बढ़ती जा रही है। चीन ताइवान पर अपना दावा करता है। चीन का कहना है कि यदि जरूरत पड़ी तो वह ताइवान पर कब्जे के लिए सेना का इस्तेमाल करने से भी नहीं हिचकेगा। चीन के लड़ाकू विमान अक्‍सर ताइवान के हवाई क्षेत्र का अतिक्रमण करते हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने ताइवान के लिए अमेरिकी समर्थन पर जोर दिया है। अमेरिका का कहना है कि ताइवान के आस-पास चीन यथास्थिति को बदल सकता है। चीन अक्‍सर अमेरिका से ताइवान को हथियार देने से परहेज करने की बात कहता है।

वहीं अमेरिका चीन की किसी भी आक्रामक कार्रवाई का विरोध जताता है। अमेरिका ताइवान का मुख्य हथियार आपूर्तिकर्ता है। चीन कई बार अमेरिका को धमकी दे चुका है कि वह ताइवान को हथियारों की आपूर्ति ना करे। यही नहीं चीन दक्षिण चीन सागर में भी अपनी आक्रामक कार्रवाई से बाज नहीं आता है। उसका दक्षिण चीन सागर के कुछ हिस्सों को लेकर फिलीपीन, वियतनाम और अन्य देशों से भी विवाद है। चीन यूक्रेन पर रूसी हमले का लगातार समर्थन करता रहा है।

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