याददाश्त के लिए नोट्स से बेहतर है चित्र बनाना, इस तरह किया अध्ययन

कनाडा स्थित वाटरलू यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अध्ययन में आया सामने, किसी भी अन्य तकनीक की तुलना में बेहतर है यह विधि, बुजुर्गों को हो सकता है अधिक लाभ

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Sat, 15 Dec 2018 10:58 AM (IST) Updated:Sat, 15 Dec 2018 10:59 AM (IST)
याददाश्त के लिए नोट्स से बेहतर है चित्र बनाना, इस तरह किया अध्ययन
याददाश्त के लिए नोट्स से बेहतर है चित्र बनाना, इस तरह किया अध्ययन

टोरंटो [प्रेट्र]। जीवन के किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ाने में हमारी स्मृति का अहम योगदान होता है। जहां अस्वस्थ खान-पान और अनियमित दिनचर्या से इसे नुकसान पहुंच सकता है, वहीं ऐसी भी कई गतिविधियां हैं, जिनके जरिये स्मृति को बेहतर बनाए रखने में मदद मिल सकती है। इस दिशा में किए गए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया है कि किसी नई जानकारी को याद रखने के लिए उसके नोट्स बनाने से बेहतर उसका चित्र बनाना होता है। यानी कि यदि किसी सूचना को हम शब्दों की जगह किसी ऐसे चित्र का रूप दे सकें, जो उस जानकारी को याद करने में बेहतर हो तो ये हमारे लिए अधिक मददगार साबित हो सकता है। इसका कारण बताते हुए शोधकर्ता कहते हैं कि शब्दों की तुलना में तस्वीरें हमारे मस्तिष्क को आसानी से याद रहती हैं। यही वजह है कि चित्र नोट्स से ज्यादा प्रभावकारी साबित हो सकते हैं।

कनाडा स्थित वाटरलू यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि यह तकनीक बुजुर्गों के लिए भी बहुत उपयोगी साबित हो सकती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, कोई व्यक्ति भले ही चित्रकला में अच्छा न हो, लेकिन इस तकनीक से काम करने पर वृद्धावस्था में भी उसे स्मृति को अच्छा रखने में मदद मिल सकती है।

डिमेंशिया में मिल सकती है मदद

वाटरलू यूनिवर्सिटी से पीएचडी मेलीसा मीड के मुताबिक, हमने अपने अध्ययन में देखा है कि किसी भी दूसरी तकनीक की तुलना में चित्र बनाना बुजुर्गों की स्मृति के लिए अच्छा हो सकता है। हम इन परिणामों से बेहद उत्साहित हैं। इस तकनीक की मदद से डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्तियों की मदद कर सकते हैं, जिनकी स्मृति समय के साथ कम होती जाती है।

इस तरह किया अध्ययन

एक्सपेरिमेंटल एजिंग एंड रिसर्च नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने एक खास प्रयोग किया। उन्होंने किसी चीज को याद रखने की क्षमता जांचने के लिए युवाओं और बुजुर्गों दोनों पर याददाश्त संबंधी कई तकनीकों की जांच की। इसमें प्रतिभागियों को विभिन्न शब्द बोले गए, जिन्हें उनको याद रखना था।

यह आया परिणाम

शोधकर्ताओं ने जब विभिन्न तकनीकों की जांच की तो पाया कि किसी जानकारी को चित्र का रूप देने की विधि सर्वश्रेष्ठ है। इससे किसी जानकारी को न केवल दृश्य रूप दे सकते हैं, बल्कि उसमें शब्दों का प्रयोग भी कर सकते हैं। इस तरह कठिन नोट्स की तुलना में रोचक चित्र को याद रखना आसान हो जाता है। 

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