माथे की झुर्रियां केवल बढ़ती उम्र का संकेत नहीं, इस भयंकर बीमारी की भी चेतावनी

3,200 वयस्कों की जांच के बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि झुर्रियां बढ़ने से हृदय रोग के कारण जान जाने का खतरा दस गुना तक बढ़ जाता है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Sun, 26 Aug 2018 06:39 PM (IST) Updated:Mon, 27 Aug 2018 08:01 AM (IST)
माथे की झुर्रियां केवल बढ़ती उम्र का संकेत नहीं, इस भयंकर बीमारी की भी चेतावनी
माथे की झुर्रियां केवल बढ़ती उम्र का संकेत नहीं, इस भयंकर बीमारी की भी चेतावनी

 टोरंटो (आइएएनएस)। माथे की झुर्रियों का बढ़ना केवल बढ़ती उम्र का संकेत नहीं, बल्कि हृदय रोग के खतरे की चेतावनी भी हो सकता है। एक शोध में सामने आया है कि झुर्रियों का सामान्य से अधिक बढ़ना और एथेरोसिलेरोसिस नामक हृदय रोग आपस में संबंधित हैं। इस बीमारी में धमनियां सख्त हो जाती है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

फ्रांस की सेंटर हॉस्पीटलायर यूनिवर्सिटी डी टाउलाउस के प्रोफेसर ने कहा, झुर्रियां जितनी अधिक और गहरी होंगी हृदयरोग के कारण जान का खतरा उतना ही अधिक बढ़ जाएगा। झुर्रियों से हृदय रोग के खतरे की पहचान करना ब्लड प्रेशर या अन्य तरीकों से बेहतर साधन तो नहीं है, लेकिन यह खतरे की घंटी की तरह जरूर काम कर सकता है।'

दरअसल, कोलेजन प्रोटीन और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस, झुर्रियों के बढ़ने और एथेरोसिलेरोसिस दोनों के लिए ही जिम्मेदार हैं। इसी के चलते वैज्ञानिकों ने एक-दूसरे पर दोनों के प्रभाव की पहली बार जांच की। 3,200 वयस्कों की जांच के बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि झुर्रियां बढ़ने से हृदय रोग के कारण जान जाने का खतरा दस गुना तक बढ़ जाता है।

माथे की झुर्रियां

माथे पर पड़ी झुरियों को बुढ़ापे की निशानी नहीं कहा जा सकता। क्‍योंकि दैनिक जीवन में आने वाला तनाव और थकावट के कारण समय से पहले माथे पर झुरियां आना अब आम बात हो गई है। अगर आप भी इस समस्‍या से परेशान हैं तो घबराइए नहीं क्‍योंकि माथे की इन झुर्रियों से निजात पाना बहुत आसान है। खान-पान का ध्‍यान रखकर और कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर आप आसानी से इस समस्‍या से निजात पा सकते हैं। साथ ही कुछ सौंदर्य टिप्‍स द्वारा इसे आसानी से छिपा भी सकते हैं।

लाइफस्‍टाइल हो हेल्‍दी

व्‍यस्‍त जीवन शैली के कारण भी लोग अपने खान-पान के प्रति लापरवाही अपनाने लगते हैं जिसके परिणामस्‍वरूप माथे पर झुर्रियां आने लगती हैं। लेकिन अपने खान-पान और लाइफस्‍टाइल में बदलाव लाकर आप इस समस्‍या से आसानी से बच सकते हैं। आपको अपने आहार में हरी सब्जियों व एंटीऑक्सीडेंट के सेवन को बढ़ाने की आवश्यकता है। साथ ही अपनी दिनचर्या में एक्‍सरसाइज और योग को शामिल करें, इससे तनाव से बचने में मदद‍ मिलेगी। इन बातों का अपनाने से लगभग एक महीने अंदर ही आपको अपने चेहरे पर बदलाव नजर आने लगेंगे।

पानी की पर्याप्‍त मात्रा

डिहाइड्रेशन से आपकी त्‍वचा प्रभावित होती है। डीहाइड्रेशन ड्राईनेस का कारण बन झुर्रियों के खतरे को बढ़ा देता है। इसलिए त्‍वचा को हाइड्रेट करने के लिए हमेशा पर्याप्‍त मात्रा में पानी लें। पानी के भरपूर से सेवन से त्‍वचा की पानी की ग्रंथियों में पानी की कमी नहीं होती है और वे सूखती नहीं हैं। इसके लिए नियमित रूप से 8-10 गिलास पानी अवश्‍य पीयें।

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