आप भी अपने सपनों को याद रखना चाहते हैं तो अपनाएं ये फार्मूला, बुरे सपने भी नहीं आएंगे

वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि विटामिन बी6 की मदद से लोग अब अपने सपनों को याद रख सकते हैं। यह अध्ययन परसेप्चुअल एंड मोटर स्किल्स पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Tue, 03 Sep 2019 11:08 PM (IST) Updated:Wed, 04 Sep 2019 02:30 AM (IST)
आप भी अपने सपनों को याद रखना चाहते हैं तो अपनाएं ये फार्मूला, बुरे सपने भी नहीं आएंगे
आप भी अपने सपनों को याद रखना चाहते हैं तो अपनाएं ये फार्मूला, बुरे सपने भी नहीं आएंगे

वाशिंगटन डीसी, एएनआइ। अक्सर ज्यादातर लोग जब सुबह सोकर उठते हैं तो सपनों को भूल जाते हैं। अब वैज्ञानिकों ने अध्ययन कर इन्हें याद रखने का तरीका खोज लिया है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि विटामिन बी6 की मदद से लोग अब अपने सपनों को याद रख सकते हैं।

यह अध्ययन परसेप्चुअल एंड मोटर स्किल्स पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया के 100 उन प्रतिभागियों को शामिल किया, जिन्होंने लगातार पांच दिनों तक सोने से पहले विटामिन बी 6 का सप्लीमेंट लिया था।

इस अध्ययन के लेखक और यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ साइकोलॉजी के डेनहोम ऑस्पी ने कहा कि अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि प्लेसबो के मुकाबले विटामिन बी6 की मदद से लोगों की सपने याद रखने की क्षमता में सुधार हुआ है। प्लेसबो ऐसी चिकित्सा को कहते हैं जिसका कोई वैज्ञानिक आधार न हो। ऐसी चिकित्सा पद्धति या तो प्रभावहीन होती है या यदि कोई सुधार दिखता भी है तो उसका कारण कोई अन्य चीज ही होती है।

उन्होंने कहा कि विटामिन बी 6 से न तो लोगों के सपनों की जीवंतता और विचित्रता प्रभावित होती है और न ही उनकी नींद के पैटर्न व अन्य पहलू प्रभावित होते हैं। ऑस्पी ने कहा कि यह पहला अध्ययन है जिसमें सपनों पर विटामिन बी 6 के प्रभावों की पड़ताल बड़े स्तर पर की गई है।

 240 ग्राम विटामिन है पर्याप्त
शोधकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन में शामिल कई प्रतिभागी ऐसे भी थे जो मुश्किल से अपने सपने याद रख पाते थे, लेकिन अध्ययन पूरा होने तक सभी प्रतिभागियों में सपने याद करने की क्षमता में जबरदस्त सुधार देखने को मिला। इन सभी ने सोने से पहले विटामिन बी 6 लिया था।

और आसान हो गया सपने याद रखना
एक प्रतिभागी ने कहा 'सोने से पहले विटामिन बी6 लेने के बाद मैं अपने सपने अच्छी तरह याद रख पाया। इतना ही नहीं, दिन खत्म होने तक भी सपने की स्मृतियां मेरे मस्तिष्क में बनी रहीं। इससे पहले में सुबह उठते-उठते मैं सपनों को भू ल जाता था।' एक अन्य प्रतिभागी ने बताया कि विटामिन बी 6 लेने के बाद ऐसा लगता है कि जैसे-जैसे समय बीतता गया मेरे सपने और स्पष्ट होते गए और इन्हें याद रखना भी आसान हो गया।

 हल होंगी रचनात्मक समस्याएं 
डॉ. ऑस्पी ने कहा कि अपने पूरे जीवनकाल में व्यक्ति औसतन छह साल सपनों में गुजर देता है। यदि हम स्पष्टवादी बनने और अपने सपनों को नियंत्रित करने में सक्षम हैं, तो हम अपने सपने देखने के समय का सर्वाधिक लाभ उठा सकते हैं। हर व्यक्ति रचनात्मक होता है। कुछ लोग पढ़ने-लिखने में रुचि रखते हैं तो कुछ खेलने कूदने में, या किसी अन्य काम पर।

अपनी रचनात्मकता में निखार हम तभी ला सकते हैं, जब हम अपनी रचनात्मकता की पहचान सही समय पर करें। यदि हम अपने सपने याद रखने में सक्षम हो जाते हैं तो हम उन पर आधारित पुस्तकें भी लिख सकते हैं। डॉक्टर ऑस्पी ने कहा कि सपनों को याद रखने का कई लाभ भी हैं। इससे बुरे सपने आने बंद हो सकते हैं। फोबिया का इलाज हो सकता है। रचनात्मक समस्या हल हो सकती है, यहां तक कि शारीरिक आघात को भी ठीक किया जा सकता है। 

इन पदार्थो में मिलता है विटामिन बी 6
विटामिन बी 6 विभिन्न खाद्य पदाथरें में स्वाभाविक रूप से होता है, जिसमें साबुत अनाज, फलियां, फल (जैसे केला और एवोकैडो), सब्जियां (जैसे पालक और आलू), दूध, पनीर, अंडे, लाल मांस और मछली शामिल हैं।

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