पीएम मोदी-शाह के खिलाफ 10 करोड़ डॉलर का मुकदमा यूएस कोर्ट में खारिज, धारा 370 से जुड़ा है मामला

मुकदमा 19 सितंबर 2019 को हस्टन और टेक्सास में पीएम मोदी के ऐतिहासिक कार्यक्रम हाउदी मोदी! कार्यक्रम से पहले दायर किया गया था। इसमें जम्मू और कश्मीर पर भारतीय संसद के उस फैसले को चुनौती दी गई थी जिसमें राज्य के विशेषाधिकार को समाप्त कर दिया गया था।

By Neel RajputEdited By: Publish:Tue, 15 Dec 2020 01:53 PM (IST) Updated:Tue, 15 Dec 2020 01:53 PM (IST)
पीएम मोदी-शाह के खिलाफ 10 करोड़ डॉलर का मुकदमा यूएस कोर्ट में खारिज, धारा 370 से जुड़ा है मामला
यूएस कोर्ट ने मोदी-शाह के खिलाफ खारिज किया मुकदमा

वाशिंगटन, पीटीआइ। एक यूएस कोर्ट ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के खिलाफ दायर 10 करोड़ रुपये का मुकदमा खारिज कर दिया है। यह मुकदमा एक कश्मीर अलगाववादी खालिस्तान संगठन और दो सहयोगियों द्वारा दायर किया गया था। कोर्ट की दो सुनवाई के दौरान ये लोग उपस्थित नहीं थे, जिसके चलते अदालत ने यह मुकदमा खारिज कर दिया है।

मुकदमा 19 सितंबर, 2019 को हस्टन और टेक्सास में पीएम मोदी के ऐतिहासिक कार्यक्रम 'हाउदी, मोदी!' कार्यक्रम से पहले  दायर किया गया था। इसमें जम्मू और कश्मीर पर भारतीय संसद के उस फैसले को चुनौती दी गई थी, जिसमें राज्य के विशेषाधिकार को समाप्त कर, दो केंद्र शासित प्रदेश बना दिए गए थे। यह मुकदमा पीएम मोदी और अमित शाह के अलावा लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लन के खिलाफ भी दायर किया गया था। ढिल्लन वर्तमान में डायरेक्टर-जनरल डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के अंतर्गत चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के पद पर कार्यरत हैं।

दक्षिणी टेक्सास जिला न्यायालय के न्यायाधीश फ्रांसेस एच स्टेसी ने अपने आदेश में कहा, 'कश्मीर खालिस्तान रेफरेंडम फ्रंट' ने इस मामले में मुकदमा चलाने के लिए कुछ नहीं किया है, और अब दो विधिवत निर्धारित सुनवाईयों में उपस्थित होने में भी विफल रहे हैं। इस कारण मामले को खारिज किया जा रहा है।'

कश्मीर खालिस्तान रेफरेंडम फ्रंट के अलावा, अन्य दो शिकायतकर्ताओं की पहचान नहीं की गई है। गौरतलब है कि भारतीय संसद ने पिछले साल जम्मू-कश्मीर राज्य की स्थिति को बदलने के लिए कानून पारित किया था, और ऐसे प्रावधानों को संशोधित किया था जो आर्थिक विकास के लिए एक बाधा थे और उनसे अलगाववाद को बढ़ावा मिल रहा था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump)  के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने 'हाउदी, मोदी' कार्यक्रम के दौरान हस्टन में 50,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों की भीड़ को संबोधित किया था।

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