G. Floyd death: चिलचिलाती धूप में 60,000 लोगों ने निकाला शांति मार्च, भावुुक हुआ फ्लॉयड का परिवार

अमेरिका में हजारों लोगों ने शांतिपूर्वक मार्च किया। इन प्रदर्शनकारियों ने 46 वर्षीय अफ्रीकी-अमेरिकी फ्लॉयड को श्रद्धांजलि दी।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Wed, 03 Jun 2020 08:59 AM (IST) Updated:Wed, 03 Jun 2020 11:14 AM (IST)
G. Floyd death: चिलचिलाती धूप में 60,000 लोगों ने निकाला शांति मार्च, भावुुक हुआ फ्लॉयड का परिवार
G. Floyd death: चिलचिलाती धूप में 60,000 लोगों ने निकाला शांति मार्च, भावुुक हुआ फ्लॉयड का परिवार

ह्यूस्टन, एजेंसी। अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की पुलिस हिरासत में मौत के बाद अमेरिका में हजारों लोगों ने शांतिपूर्वक मार्च किया। इन प्रदर्शनकारियों ने 46 वर्षीय अफ्रीकी-अमेरिकी फ्लॉयड को श्रद्धांजलि दी। उधर, मिनियापोलिस में समेत अमेरिका कई राज्‍यों में हिंसक प्रदर्शन जारी है। इस शांतिपूर्वक मार्च में 60,000 लोगों ने भाग लिया। इसमें फ्लॉयड के घर के 16 सदस्‍य भी शामिल थे। चिलचिलाती धूप में यह मार्च डिस्कवरी से एक मील की दूरी पर ग्रीन पार्क से सिटी हॉल तक निकाला गया। 'हाथ ऊपर करो, गोली मत चलाना' और 'कोई न्याय नहीं, कोई शांति नहीं' नारे के साथ लोगों ने मार्च किया।

रैपर ट्रा थ ट्रूथ और बन बी द्वारा आयोजित इस मार्च में शहर के कई नेताओं और अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें मेयर सिल्वेस्टर टर्नर, कांग्रेस नेता शीला जैक्सन ली, लिजी फ्लेचर और सिल्विया गार्सिया और कांग्रेस के सदस्‍य अल ग्रीन शामिल थे। लेकवुड चर्च के पादरी जोएल ओस्टीन ने फ्लॉयड के परिवार के सदस्यों के साथ प्रार्थना की। भीड़ ने घुटने टेक कर ह्यूस्टन व्यक्ति की याद में 30 सेकंड के लिए मौन रखा। इस मौके पर फ्लॉयड के भाई-बहन ने कहा कि 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि हमारे भाई के लिए हमारे पास बहुत से लोग होंगे।' रैपर बन बी ने इस मार्च का नेतृत्व किया। मार्च में उसने कहा 'उसका नाम क्या है' ? और भीड़ ने जवाब दिया, 'जॉर्ज फ्लॉयड।'

डॉ मार्टिन लूथर किंग के साथ मार्च करने वाले रेवरेंड बिल लॉसन ने इस मौके पर लोगों को  संबोधित किया और कहा भीड़ को शोर करने की जरूरत है। हम बहुत लंबे समय से शांत हैं। मेयर टर्नर ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मैं चौथे सबसे बड़े शहर के महापौर के रूप में उनके परिवार से कहता हूं कि हम आने वाले वर्षों में आपके साथ हैं। जॉर्ज फ्लॉयड व्यर्थ में नहीं मरे। हम सही नहीं हैं। उन्‍होंने कहा कि हमारे शहर में, हम हर व्यक्ति का सम्मान करते हैं। उन्‍होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति महत्वपूर्ण है। हमें हर दिन बेहतर करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करना होगा। 

अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद अमेरिकी राज्‍यों में हिंसात्‍मक प्रदर्शन का दौर जारी है।  इस प्रदर्शन में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है। चार हजार अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई है और अरबों डॉलर की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। यहां तक कि व्हाइट हाउस के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन के कारण राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को बंकर में जाना पड़ा। बता दें कि 25 मई को जॉर्ज फ्लॉयड को जब पुलिस ने पकड़ा, तो उन्होंने कहा कि उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। पुलिस हिरासत में उनकी मौत हो गई। बाद में यह वीडियो पूरे अमेरिका में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में पुलिस अधिकारी को घुटने से आठ मिनट तक जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया। पुलिस का कहना था कि जॉर्ज ने गिरफ्तारी का शारीरिक रूप से विरोध किया, इसके बाद बल प्रयोग किया गया। फ्लॉयड की मौत की खबर जंगल की आग की तरह फैल गई और मिनियापोलिस में 25 मई के बाद प्रदर्शन शुरू हो गए।

46 साल के अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय के थे। वह नॉर्थ कैरोलिना में पैदा हुए थे और टेक्सास के ह्यूस्टन में रहते थे। काम की तलाश में वह कई साल पहले मिनियापोलिस चले गए थे। जॉर्ज मिनियापोलिस के एक रेस्त्रां में सुरक्षा गार्ड का काम करते थे। वह छह साल की बेटी के पिता थे, जो ह्यूस्टन में अपनी मां रॉक्सी वाशिंगटन के साथ रहती है। जॉर्ज को 'बिग फ्लॉयड' के नाम से जाना जाता था। जॉर्ज को मिनियापोलिस शहर काफी पसंद था। फ्लॉयड एक एथलीट थे, जो विशेष रूप से स्कूल में फुटबॉल और बास्केटबॉल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते थे।

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