पाकिस्तान ने कश्मीर का हवाला देते हुए किया सुरक्षा परिषद में भारत की दावेदारी का विरोध
पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने कहा समूह-4 में से एक देश हमारे विचार से सुरक्षा परिषद की स्थायी अथवा अस्थायी सदस्यता के योग्य नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। कश्मीर मसले का हवाला देते हुए पाकिस्तान ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी और अस्थायी सदस्यता की दावेदारी का विरोध किया।
समूह-चार में से एक देश सुरक्षा परिषद की सदस्यता के योग्य नहीं- पाक
संयुक्त राष्ट्र की बैठक को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने कहा, 'समूह-चार में से कम से कम एक देश हमारे विचार से सुरक्षा परिषद की स्थायी अथवा अस्थायी सदस्यता के योग्य नहीं है।'
भारत समूह-चार में शामिल है
समूह-चार (जी-4) देशों में ब्राजील, जर्मनी, भारत और जापान शामिल हैं और सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए एक दूसरे की दावेदारी का समर्थन करते हैं।
भारत का नाम लिए बिना किया कश्मीर मसले का उल्लेख
अकरम ने भारत का नाम लिए बिना कश्मीर मुद्दे का उल्लेख करते हुए कहा कि इस देश ने सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का प्रबल उल्लंघन किया है।
ग्रीक त्रासदी की तरह है सुरक्षा परिषद की सुधार प्रक्रिया : अकबरुद्दीन
भारत ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार प्रक्रिया की तुलना उस ग्रीक त्रासदी 'सिसिफस' से की जिसे हर साल नए सिरे से दोहराया जाता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने महासभा की प्लैनरी मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि एक अप्रचलित वैश्विक शासन ढांचा 21वीं सदी में शांति और सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने में सक्षम नहीं हो सकता।
सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए अंतरसरकारी वार्ता
उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए अंतरसरकारी वार्ता प्रक्रिया शुरू होने के 11 साल बाद और महासभा के एजेंडे में शामिल होने के 40 साल बाद भी यह कहानी दुखद रूप से सिसिफस संघर्ष की तरह पढ़ी जा रही है। हम इस ग्रीक त्रासदी को साल दर साल अभिनीत करते जा रहे हैं।