भारत के लिए ओबामा के मन में विशेष स्थान, कहा- रामायण और महाभारत सुनकर बीता बचपन

आज यानी मंगलवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति की किताब A Promised Land का पहला पार्ट रिलीज हो गया है। ओबामा ने बताया कि भारत के प्रति उनके दिल में विशेष स्थान है क्योंकि वह बचपन में रामायण और महाभारत सुनकर बड़े हुए हैं।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 09:56 AM (IST) Updated:Tue, 17 Nov 2020 05:50 PM (IST)
भारत के लिए ओबामा के मन में विशेष स्थान, कहा- रामायण और महाभारत सुनकर बीता बचपन
रामायण और महाभारत सुनकर बड़े हुए बराक ओबामा

वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि उनके मन में भारत के लिए विशेष स्थान है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि उन्होंने बचपन के शुरुआती वर्ष इंडोनेशिया में बिताए हैं, जहां रहते हुए हिंदू कथाओं रामायण और महाभारत महाकाव्य को सुना है। अपनी किताब 'ए प्रॉमिस्ड लैंड' में भारत के प्रति आकर्षण को बयां करते हुए ओबामा ने कहा, 'भारत एक ऐसा देश है जहां दुनिया की आबादी का छठवां हिस्सा रहता है और अनुमानित दो हजार अलग-अलग जातीय समूह हैं। इतना ही नहीं सात सौ से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं।' ओबामा ने कहा कि वह वर्ष 2010 में बतौर राष्ट्रपति पहली बार भारत गए थे, लेकिन उनकी कल्पनाओं में इसका हमेशा से एक विशेष स्थान था।

दोस्तों ने ही मुझे दाल और कीमा खाना-बनाना सिखाया: ओबामा

ओबामा कहते हैं, 'शायद ऐसा इसलिए था क्योंकि मैंने अपने बचपन का एक हिस्सा इंडोनेशिया में हिंदू कथाओं रामायण और महाभारत के महाकाव्य को सुनकर गुजारा था या पूर्वी धर्मो में मेरी रुचि के कारण या कॉलेज के पाकिस्तानी और भारतीय दोस्तों के एक समूह के कारण। दोस्तों ने ही मुझे दाल और कीमा खाना-बनाना सिखाया और बॉलीवुड फिल्मों में रुचि जगाई।' अपनी किताब 'ए प्रॉमिस्ड लैंड' में ओबामा ने 2008 के चुनाव अभियान से लेकर अपने पहले कार्यकाल के अंत तक की यात्रा का लेखा-जोखा लिखा है। इसमें पाकिस्तान के ऐबटाबाद में हुई घटना का जिक्र है जिसमें अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मार गिराया गया था। 'ए प्रॉमिस्ड लैंड' के दो हिस्से हैं। पहला हिस्सा मंगलवार से विश्व के बुकस्टोर्स पर उपलब्ध है।

भारत के प्रति मेरे आकर्षण की प्रमुख वजह महात्मा गांधी: ओबामा

ओबामा ने कहा कि भारत के प्रति उनके आकर्षण की प्रमुख वजह महात्मा गांधी हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा ही वह व्यक्ति थे, जिनका सफल अहिंसक आंदोलन हाशिए पर पहुंच गए लोगों के लिए एक उम्मीद की रोशनी बना। हालांकि अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति रहे ओबामा ने किताब में इस बात पर खेद जताया कि भारतीय महापुरुष गांधी जाति व्यवस्था पर सफलतापूर्वक ध्यान देने या धर्म के आधार पर देश के विभाजन को रोकने में असमर्थ रहे।

राष्ट्रपति रहते हुए दो बार भारत आए ओबामा

राष्ट्रपति रहते हुए दो बार भारत आए ओबामा ने कहा, 'भारत के प्रति मेरे आकर्षण का सबसे बड़ा कारण महात्मा गांधी हैं। अब्राहम लिंकन, माíटन लूथर किंग और नेल्सन मंडेला के साथ-साथ गांधी ने मेरी सोच को बहुत प्रभावित किया। एक युवा के तौर पर, मैंने उनके लेख पढ़े और पाया कि वह मेरे अंदर के सहज ज्ञान को आवाज दे रहे हैं।' ओबामा ने लिखा, 'गांधी ने 1915 में ब्रिटश शासन के खिलाफ अहिंसक आंदोलन शुरू किया था, जो 30 साल से अधिक चला। आंदोलन से केवल एक साम्राज्य पर काबू पाने और उपमहाद्वीप के अधिकतर हिस्सों को स्वतंत्र कराने में ही मदद नहीं की बल्कि पूरी दुनिया में नैतिकता की एक लहर भी चलाई। इससे अश्वेत अमेरिकियों सहित अन्य तिरस्कृत, हाशिए पर पहुंच गए समूहों को उम्मीद की रोशनी मिली।'

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