नींद की कमी से हड्डियों पर पड़ता है नकारात्मक प्रभाव, करें पर्याप्त आराम
अमेरिका की बफेलो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है कि नींद की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और खुद-ब-खुद टूटने लगती हैं।
न्यूयॉर्क, आइएएनएस। नींद की कमी से व्यक्ति मानसिक रूप से तो परेशान रहता ही है, एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि नींद का संबंध लो बोन मिनरल डेनसिटी (बीएमडी) और ऑस्टियोपोरोसिस होने के उच्च जोखिम से भी जुड़ा रहता है। ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और खुद-ब-खुद टूटने लगती हैं।
अमेरिका की बफेलो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता और इस अध्ययन के लेखक हीदर ओच-बालकम ने कहा, ‘हमारे अध्ययन से पता चलता है कि नींद हड्डियों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है, जो खराब नींद के नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभावों की सूची में शामिल एक बड़ी समस्या है।’
इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 11,084 महिलाओं को शामिल किया और उनके नींद के समय का अवलोकन किया। इसमें कई ऐसी महिलाएं भी थी, जो रात में पांच घंटे से भी कम सोती थीं। शोधकर्ताओं ने इनके शरीर के बीएमडी का स्तर बहुत कम पाया और उनकी तुलना उन महिलाएं से की जो रात में कम से कम सात घंटे तक सोती थीं। बोन एंड मिनरल रिसर्च नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि जो महिलाएं पांच घंटे से भी कम समय तक सो पाती हैं उनमें गंभीर स्तर का बीएमडी और ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम देखा गया।