जानिए किन-किन देशों में बैन हुई ई सिगरेट और कौन सा देश अभी भी है नंबर-1

ई सिगरेट के मामले में चीन अभी भी दुनिया में नंबर-1 है। अब वो अपने यहां भी इस पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Sun, 06 Oct 2019 03:07 PM (IST) Updated:Sun, 06 Oct 2019 03:07 PM (IST)
जानिए किन-किन देशों में बैन हुई ई सिगरेट और कौन सा देश अभी भी है नंबर-1
जानिए किन-किन देशों में बैन हुई ई सिगरेट और कौन सा देश अभी भी है नंबर-1

नई दिल्ली, जेएनएन। इन दिनों देश दुनिया में ई सिगरेट को बैन किए जाने की चर्चाएं जोरों पर है। अमेरिका और भारत इसके दुष्प्रभावों को देखते हुए अपने यहां बैन कर चुके हैं। स्टेटिस्टा ग्लोबल कंज्यूमर सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार ई सिगरेट का इस्तेमाल करने वाले टॉप 5 देशों में चीन, फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन और इटली का नाम आता है। इनमें से अमेरिका ने अपने यहां ई सिगरेट बैन कर दिया है।

चीन भी अपने यहां ई सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने की कर रहा तैयारी 

अब अमेरिका और भारत की देखादेखी चीन भी इस पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है। कुछ दिन पहले चीन के राज्य समाचार एजेंसी की ओर से जानकारी दी गई थी कि चीन इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट में इस्तेमाल होने वाले तरल पदार्थ और अन्य चीजों पर रोक लगाने की तैयारी कर रही है। चीन सरकार की ओर से ये फैसला ई सिगरेट के चलते होने वाली बीमारियों को ध्यान में रखकर लिया जा रहा है। 

चीन बना रहा नियम 

ये भी कहा जा रहा था कि कुछ दिनों के बाद चीन भी अपने यहां ई सिगरेट पर प्रतिबंध लगा देगा मगर ये प्रतिबंध किस तरह के होंगे इसको लेकर कुछ स्पष्ट नहीं किया गया था मगर ये तय माना जा रहा था कि सरकार जल्द ही ई सिगरेट को लेकर कोई न कोई गंभीर कदम उठाने की तैयारी कर रही है। दरअसल पिछले दिनों भारत में ई सिगरेट के बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी है, उसी के बाद से चीन भी इस दिशा में चिंता दिखा रहा है। अमेरिका समेत कई अन्य देशों ने ई सिगरेट पर पहले से ही रोक लगा दी है। 

क्या है ई सिगरेट 

ई सिगरेट का पूरा नाम इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट है। जो लोग नामी ब्रैंड की सिगरेट पीने के आदी होते हैं वो सिगरेट छुड़ाने के लिए ई सिगरेट का सहारा लेते है, ऐसा भी कहा जाता है कि इसके माध्यम से वो सिगरेट छोड़ पाते हैं या उनको सिगरेट छोड़ने में आसानी होती है। एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि यह इससे सिगरेट की आदत को बढ़ावा मिलता है साथ ही ये सिगरेट भी उतनी ही खतरनाक होती है। रिसर्च में सामने आया है कि इसका सेवन अस्थमा समेत कई दूसरी बीमारियों की वजह बनता है। 

ई सिगरेट से लंग्स का खतरा 

ई सिगरेट में प्रयुक्त केमिकल जानलेवा होते हैं, इससे लंग्स कैंसर का खतरा होता है। ई-सिगरेट एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक इन्हेलर है, जिसमें निकोटिन और अन्य केमिकल युक्त लिक्विड भरा जाता है। ये इन्हेलर बैट्री की ऊर्जा से इस लिक्विड को भाप में बदल देता है और इसे पीने वाले को सिगरेट पीने जैसा एहसास होता है। निकोटिन और अन्य केमिकल युक्त लिक्विड उसी तरह से नुकसान पहुंचाते हैं जैसे नार्मल सिगरेट नुकसान पहुंचाती है।

देश              आंकड़े फीसद में

चीन                   20

फ्रांस                  14

अमेरिका             13

ब्रिटेन                  13

इटली                  12

जर्मनी                  11

जापान                 10

स्पेन                     8

भारत                   5

ब्राजील                 4

(नोट- ये डेटा स्टेटिस्टा ग्लोबल कंज्यूमर सर्वे की ओर से जारी किए गए हैं। )

भारत ने लगा दिया प्रतिबंध 

भारत के बड़े शहरों में भी इसके इस्तेमाल में लगातार इजाफा हो रहा था। मौत के आंकड़ें भी बढ़ रहे थे, इसको देखते हुए यहां भी इसकी बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है साथ ही उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना और सजा दोनों का प्रावधान किया गया है। ई सिगरेट के बढ़ते सेवन और उससे हो रही मौत के आंकड़ों पर विश्व के कई देशों ने चिंता जताई। इससे हो रहे नुकसान को देखते हुए कुछ देशों ने तो इसे पूरी तरह से प्रतिबंधित ही कर दिया। कुछ देशों ने अभी इस पर आंशिक प्रतिबंध लगाया है। 

सजा और जुर्माने का प्रावधान 

पहली बार उल्लंघन करने वालों पर एक लाख रुपये के जुर्माने के साथ एक साल तक की अधिकतम सजा या दोनों का प्रावधान किया गया है। दूसरी बार में 5 लाख रुपये का जुर्माना और तीन साल की जेल या दोनों का प्रावधान है। इसमें ई हुक्का को भी शामिल कर लिया गया है। कई बॉर और रेस्टोरेंट इसी तरह के हुक्का और ई सिगरेट के लिए ही जाने जाते थे, प्रतिबंध के बाद ऐसी जगहों पर इनके मिलने पर रोक लग गई है।  

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