विदेशों में बसने वालों में पहले पायदान पर भारतीय, सिर्फ 10 देशों में दुनिया के आधे प्रवासी

World Migrant Population विदेशों में बसने वालों में भारत के लोगों की संख्‍या सबसे अधिक है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक दुनिया के आधे प्रवासी सिर्फ 10 देशों में रहते हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 18 Sep 2019 09:43 AM (IST) Updated:Wed, 18 Sep 2019 09:48 AM (IST)
विदेशों में बसने वालों में पहले पायदान पर भारतीय, सिर्फ 10 देशों में दुनिया के आधे प्रवासी
विदेशों में बसने वालों में पहले पायदान पर भारतीय, सिर्फ 10 देशों में दुनिया के आधे प्रवासी

संयुक्त राष्ट्र, एएफपी। दुनिया के 27.2 करोड़ प्रवासियों में से अधिकांश यूरोप और उत्तरी अमेरिका में रहते हैं। पिछले दस सालों के दौरान इनकी संख्या में 23 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। खास बात यह है कि जिन देशों के सबसे ज्यादा लोग विदेशों में बसे हैं, उनमें सबसे पहला नंबर भारत का आता है। यहां के 1.8 करोड़ लोग दूसरे देशों में रहते हैं। उसके बाद मेक्सिको का नंबर आता है, जिसके 1.2 करोड़ लोग और चीन के 1.1 करोड़ लोग विदेशों में रहते हैं।

संयुक्त राष्ट्र की मंगलवार को जारी की गई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में यूरोप में 8.2 करोड़ और उत्तरी अमेरिका में 5.9 करोड़ प्रवासी रहते हैं। इसके बाद उत्तरी अफ्रीका और पश्चिमी एशिया का नंबर आता है, जहां प्रत्येक क्षेत्र में 4.9 करोड़ लोग रहते हैं। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग के जनसंख्या प्रभाग द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक 2010 की तुलना में 2019 में दुनिया में 5.1 करोड़ अधिक प्रवासी थे।

कुल प्रवासियों की संख्या दुनिया की आज की आबादी का 3.5 फीसद है जबकि 2000 में यह 2.8 फीसद थी।संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक दुनिया के आधे प्रवासी सिर्फ 10 देशों में रहते हैं। सबसे ज्यादा 5.1 करोड़ प्रवासी संयुक्त राज्य अमेरिका में रहते हैं। इसके बाद जर्मनी और सऊदी अरब का नंबर आता है जहां 1.3 करोड़ प्रवासी रहते हैं। रूस 1.2 करोड़, ब्रिटेन एक करोड़, संयुक्त अरब अमीरात 90 लाख, फ्रांस, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में 80 लाख जबकि इटली में 60 लोग प्रवासी रहते हैं।

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