पांच राष्ट्रों की तरफ से परमाणु युद्ध और हथियारों की होड़ को खत्म करने का एलान, यूएन महासचिव ने साझा बयान को सराहा

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य (पी5) चीन रूस ब्रिटेन फ्रांस व अमेरिका ने सोमवार को पहली बार साझा बयान जारी करके कहा था कि परमाणु युद्ध कभी नहीं होना चाहिए और इसे जीता भी नहीं जा सकता।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Tue, 04 Jan 2022 08:15 PM (IST) Updated:Tue, 04 Jan 2022 08:31 PM (IST)
पांच राष्ट्रों की तरफ से परमाणु युद्ध और हथियारों की होड़ को खत्म करने का एलान, यूएन महासचिव ने साझा बयान को सराहा
निरस्त्रीकरण व हथियार नियंत्रण करारों को प्रभावी करने पर दिया बल (फाइल फोटो)

बीजिंग, आइएएनएस। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने पांच राष्ट्रों की तरफ से परमाणु युद्ध रोकने और हथियारों की होड़ को खत्म करने के उद्देश्य से जारी किए गए साझा बयान का स्वागत किया है। गुतेरस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, 'महासचिव ने परमाणु हथियार संपन्न पांच राष्ट्रों की सिफारिशों की प्रशंसा करते हुए द्विपक्षीय व बहुपक्षीय अप्रसार, निरस्त्रीकरण तथा हथियार नियंत्रण करारों को प्रभावी करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि देशों को परमाणु निरस्त्रीकरण से जुड़े अप्रसार करार के तहत अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए। महासचिव ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों के साथ मिलकर काम करने की इच्छा दोहराई।'

उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य (पी5) चीन, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस व अमेरिका ने सोमवार को पहली बार साझा बयान जारी करके कहा था कि परमाणु युद्ध कभी नहीं होना चाहिए और इसे जीता भी नहीं जा सकता। बयान के अनुसार, 'परमाणु युद्ध के घातक परिणाम होंगे। हम दृढ़तापूर्वक कहना चाहते हैं कि परमाणु हथियार चाहे जबतक रहें, उनका इस्तेमाल बचाव, तनाव कम करने और युद्ध को रोकने के लिए होना चाहिए।'

चीन ने परमाणु हथियारों के विस्तार के आरोपों को किया खारिज

प्रेट्र के अनुसार, चीनी विदेश मंत्रालय के हथियार नियंत्रण विभाग के महानिदेशक फू कांग ने मंगलवार को अमेरिका के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि एशियाई देश बहुत तेजी से अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर रहा है। यही नहीं, उसने दावा किया कि सोमवार को पांच परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों की तरफ से साझा बयान जारी किए जाने में भी उसकी अहम भूमिका रही है। अमेरिका के रक्षा विभाग ने नवंबर में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि चीन अपने परमाणु हथियारों का तेजी से विस्तार कर रहा है और वर्ष 2030 तक उसके पास उपलब्ध ऐसे हथियारों की संख्या 1,000 पार कर जाएगी। अमेरिका के पास फिलहाल 3,750 परमाणु हथियार हैं।

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