ब्रिटेन और अमेरिका में महामारी से स्थिति गंभीर, फ्रांस में 296,097 नए केस, नेपाल में सार्वजनिक जगहों पर वैक्सीन कार्ड अनिवार्य

ब्रिटेन में कोरोना के कारण स्थिति अभी भी गंभीर ही बनी हुई है। वहीं फ्रांस में एक दिन में कोरोना संक्रमण के 296097 नए मामले सामने आए हैं। वहीं पश्चिम एशियाई देश साइप्रस में कोरोना का एक नया वैरिएंट मिला है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 10 Jan 2022 12:31 AM (IST) Updated:Mon, 10 Jan 2022 07:28 AM (IST)
ब्रिटेन और अमेरिका में महामारी से स्थिति गंभीर, फ्रांस में 296,097 नए केस, नेपाल में सार्वजनिक जगहों पर वैक्सीन कार्ड अनिवार्य
ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के कारण स्थिति अभी भी गंभीर ही बनी हुई है।

लंदन, एजेंसियां। ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में एक दिन पहले की तुलना में कुछ कमी आई है, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर ही बनी हुई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक रविवार को 1,41,472 नए मामले आए और 97 लोगों की मौत हुई। शनिवार को 1,46,390 मामले मिले थे और 313 मौतें हुई थीं। एक दिन पहले की तुलना में भले ही स्थिति कुछ बेहतर लग रही है, लेकिन बीते हफ्ते 12 लाख से ज्यादा मामले पाए गए हैं। यह संख्या उससे पहले के हफ्ते की तुलना में 6.6 प्रतिशत अधिक है। इस अवधि में 1,295 मौतें हुई हैं जो उससे पहले के हफ्ते की तुलना में 30.9 प्रतिशत अधिक हैं।

फ्रांस में 296,097 और इटली में 1.55 लाख नए केस मिले

फ्रांस में एक दिन में कोरोना संक्रमण के 296,097 नए मामले सामने आए हैं जबकि इसी दौरान 90 लोगों की महामारी से मौत हो गई है। फ्रांस में महामारी से अब तक 98,299 लोगों की मौत हो चुकी है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस में रिकार्ड 3,847 संक्रमित आइसीयू में हैं। वहीं इटली में रविवार को 1,55,659 नए मामले मिले और 157 लोगों की मौत हो गई। अस्पतालों में प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इटली में अब तक 74 लाख से ज्यादा संक्रमित मिले हैं और 1,39,038 मौतें हुई हैं।

साइप्रस में कोरोना का नया वैरिएंट 'डेल्टाक्रोन' मिला

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक पश्चिम एशियाई देश साइप्रस में कोरोना का एक नया वैरिएंट मिला है। इसकी जेनेटिक बनावट डेल्टा और ओमिक्रोन के कुछ म्युटेशन की तरह है, जिसके चलते इसे 'डेल्टाक्रोन' कहा जा रहा है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल इसको चिंता का कारण नहीं बताया है। साइप्रस मेल के हवाले से यरुशलम पोस्ट ने कहा है कि साइप्रस में लिए गए 25 नमूनों में ओमिक्रोन के 10 म्युटेशन पाए गए हैं। इनमें से 11 नमूने संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती लोगों के थे और 14 अन्य लोगों के...

वायरस में म्युटेशन ज्यादा

साइप्रस विश्वविद्यालय में जैव प्रौद्योगिकी और आणविक विषाणु विज्ञान की प्रयोगशाला के प्रमुख डा. लियोनडिओस कोस्त्रिकिस ने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों में वायरस में म्युटेशन ज्यादा देखा गया है जो नए वैरिएंट और अस्पताल में भर्ती होने के बीच संबंध को इंगित करता है। उन्होंने कहा कि इसकी जेनेटिक बनावट डेल्टा वैरिएंट के साथ ही ओमिक्रोन के कुछ म्युटेशन के जैसा ही है। साइप्रस के स्वास्थ्य मंत्री ने फिलहाल इसे चिंता का कारण नहीं बताया है।

अमेरिका में कोरोना की रफ्तार बेकाबू

वहीं अमेरिका में कोरोना की रफ्तार बेकाबू होती नजर आ रही है। हर दिन कोरोना के औसतन सात लाख नए मामले मिल रहे हैं। अमेरिका में शुक्रवार को सबसे ज्यादा 8.49 लाख केस मिले थे। आलम यह है कि देश में सरकारी कर्मचारियों की कमी भी नजर आने लगी है। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि महामारी की नई लहर की वजह से देश में प्रशासनिक ढांचा कमजोर होने लगा है। कैनसस जानसन काउंटी में पैरा मेडिकल हफ्ते में 80 घंटे काम कर रहे हैं।

नेपाल में सार्वजनिक स्थलों पर वैक्सीन कार्ड अनिवार्य

नेपाल सरकार ने सरकारी कार्यालयों, होटल, रेस्तरां, सिनेमा हाल, स्टेडियम, घरेलू विमान, बैंक एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जाने के लिए वैक्सीन कार्ड अनिवार्य करने का फैसला लिया है। 17 जनवरी से यह नियम लागू हो जाएगा। यह निर्णय तेजी से फैल रहे ओमिक्रोन वायरस को रोकने के लिए लिया गया है। पिछले एक सप्ताह के दौरान नेपाल में कोरोना के मामलों में तेजी देखी गई। कोविड संकट प्रबंधन सेंटर ने रविवार को महामारी पर अंकुश लगाने के लिए कई उपाय किए हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री इस सेंटर के चेयरमैन हैं। सेंटर ने फरवरी तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है।

चीन के शिया शहर में 30 नए केस मिले

चीन के पश्चिमोत्तर सांशी प्रांत की राजधानी शियान शहर में कोरोना संक्रमण के 30 नए मामले सामने आए हैं। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए चीन सरकार ने शहर में सख्त पाबंदियां लगाई हैं। प्रतिबंधों के खिलाफ लोगों का गुस्सा भी फूटने लगा है। 1.3 करोड़ की आबादी वाले इस शहर में पाबंदियों के चलते लोगों को खाद्य सामग्री, दवा और दैनिक जरूरत की चीजें नहीं मिल पा रही हैं। इसको लेकर इंटरनेट मीडिया पर लोग अपनी नाराजगी जता रहे हैं। प्रशासन ने ऐसा करने वाले कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है। 

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