कोरोना वायरस का ब्रिटिश एयरवेज पर पड़ा बड़ा असर, 13 हजार नौकरियों में करेगा कटौती

अब एयरवेज ने अपने यहां से 13000 नौकरियों में कटौती करने की भी घोषणा कर दी है। कोरोनोवायरस महामारी की वजह से एयरलाइन उद्योग को काफी नुकसान हुआ है। एयरवेज ने सोमवार को मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष एलेक्स क्रूज़ को उनके पद से हटा दिया।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 04:47 PM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 04:47 PM (IST)
कोरोना वायरस का ब्रिटिश एयरवेज पर पड़ा बड़ा असर, 13 हजार नौकरियों में करेगा कटौती
ब्रिटिश एयरवेज का लग्जरी बोइंग 747 विमान। (फाइल फोटो)

लंदन, न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। कोरोना वायरस ने कई देशों की एयरलाइंस को भी काफी प्रभावित किया है। ब्रिटिश एयरवेज भी इनमें से एक है। दो माह पहले ब्रिटिश एयरवेज ने अपने सभी लग्जरी बोइंग 747 विमान हटा दिए थे।

अब एयरवेज ने अपने यहां से 13,000 नौकरियों में कटौती करने की भी घोषणा कर दी है। कोरोनोवायरस महामारी की वजह से एयरलाइन उद्योग को काफी नुकसान हुआ है। एयरवेज ने सोमवार को मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष एलेक्स क्रूज़ को उनके पद से हटा दिया। उन्होंने साढ़े चार साल तक एयरवेज में ये पद संभाला।

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने और यात्रा पर लगे प्रतिबंधों की वजह से एयर लाइनों का बुरा हाल हो गया है। कुछ देशों ने अपने यहां से उड़ानें शुरू की है मगर चीजें अभी सामान्य नहीं हो पाई है और आने वाले अगले 4 माह में इनके सामान्य होने की नौबत भी नहीं दिख रही है। 

आईएजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लुइस गालगो ने कहा कि हम अपने उद्योग में आने वाले सबसे बुरे संकट को दूर कर रहे हैं और मुझे विश्वास है कि ये आंतरिक पदोन्नति IAG को मजबूत स्थिति में लाने के लिए सुनिश्चित करेगी। सितंबर में भूमिका संभालने के बाद से यह उनका पहला बड़ा फैसला है।

IAG ने मौजूदा शेयरधारकों को नए शेयर बेचकर 2.7 बिलियन यूरो जुटाने की सितंबर में विस्तृत योजना बनाई। मई में, लुफ्थांसा ने उसने कहा कि इससे 22,000 से अधिक नौकरियों में कटौती होगी। एयरलाइन ने कहा कि अगस्त के अंत तक, इसने 8,000 से अधिक नौकरियों में कटौती की थी और पायलटों, इंजीनियरों और हीथ्रो हवाई अड्डे के कर्मचारियों के साथ समझौते के लिए आया था। 

कोरोना की वजह से लोगों का आना-जाना कम हो गया है। जो लोग दूसरे देशों में घूमने टहलने के लिए जाते थे वो इस बार गर्मी की छुट्टियों में घर में ही कैद होकर रह गए। न तो पर्यटक बाहर निकल पाए ना ही अपने काम धंधों के सिलसिले में बाहर जाने वाले लोग ही। इस वजह से एयरलाइंस को भी काफी नुकसान हुआ है। इसका असर इनके संचालन आदि पर भी साफ दिख रहा है। 

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