बिल पूरा नहीं देने पर आदिवासी प्रसूति महिला को अटकाया

-नर्सिग होम का बिल आया 50 हजार -गाय बेचकर मात्र 10 हजार को हो पाया प्रबंध -प्रसूति महिल

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 06:28 PM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 06:24 AM (IST)
बिल पूरा नहीं देने पर आदिवासी प्रसूति महिला को अटकाया
बिल पूरा नहीं देने पर आदिवासी प्रसूति महिला को अटकाया

-नर्सिग होम का बिल आया 50 हजार

-गाय बेचकर मात्र 10 हजार को हो पाया प्रबंध

-प्रसूति महिला व नवजात को अस्पताल प्रशासन नहीं कर रही है डिसचार्ज

-14 अक्टूबर को दक्षिण दिनाजपुर जिला की गर्भवती मेबू मुर्मू हुई थी भर्ती

संवाद सूत्र, मालदा : पुरातन मालदा थाना इलाके के एक नर्सिग होम में विगत सोमवार यानी 14 अक्टूबर को दक्षिण दिनाजपुर जिला के हरिरामपुर थाना की बाबलाबोना गांव की निवासी गर्भवती मेबू मुर्मू(20) भर्ती हुई थी। सिजर के द्वारा मेबू ने कन्या संतान को जन्म दिया। मां और बेटी दोनों स्वस्थ्य है। लेकिन नर्सिग होम का बिल मेबू को बीमार कर रही है। मेबू ने किसी तरह अपनी गाय बेचकर 10 हजार को प्रबंध किया। लेकिन बिल 50 हजार है। बिल पूरा नहीं होने पर अस्पताल प्रशासन प्रसूति महिला को डिसचार्ज नहीं कर रहें है। प्रसूति महिला व नवजात को अअकाये हुए है।

नर्सिग होम के कर्णधार संजय शर्मा ने बताया कि प्रसूति महिला जब से अस्पताल में भर्ती हुई है, पसेंट पार्टी से हमें एक ढेला तक नहीं मिला। सिजर के द्वार बच्ची का जन्म हुआ। चिकित्सक का जो बिल है यानी 20 हजार, हमने केवल उतना ही देने को कहा है। लेकिन पेसेंट पार्टी इतना भी नहीं दे रहे है। 50 हजार के बिल की कोई बात नहीं।

प्रसूति मेबू के प्रति विश्वनाथ बेसरा ने बताया कि हरिरामपुर ग्रामीण अस्पताल की ओर से रोगी को मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती कराने को कहा गया था। लेकिन गाड़ी चालक मेडिकल कॉलेज न ले जाकर पुरातन मालदा थाना इलाके के एक नर्सिग होम में ले गए। हमें 50 हजार का बिल थमाया गया है। हमने प्रशासन व मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी से सहायता की मांग की है।

इस संबंध में मालदा के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सैय्यद साहजहां ने बताया कि हम इस विषय को देख रहें है।

कैप्शन : मेबू के परिजन

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