स्थिति होती अनुकूल तो बांग्लादेश को देते तीस्ता का पानी : ममता बनर्जी
विधानसभा में पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा बांग्लादेश है मित्र देश। 2011 में ममता के आपत्ति के बाद जल समझौते को किया गया था स्थगित।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि अगर स्थिति अनुकूल होती तो वह मैत्रीपूर्ण पड़ोसी देश के साथ नदी का जल साझा करतीं। विधानसभा में प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वे (बांग्लादेशी) आहत हैं क्योंकि हम उनके साथ तीस्ता के पानी का बंटवारा नहीं कर सके।
अगर मुझमें क्षमता होती तो मैं उनके साथ निश्चित तौर पर तीस्ता का पानी साझा करती। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। बांग्लादेश हमारा मित्र है और इसमें कोई शक नहीं है। उन्होंने कहा कि जब ज्योति बसु मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने भी फरक्का बैराज से बांग्लादेश के साथ पानी साझा किया था।
उल्लेखनीय है कि तीस्ता जल बंटवारा समझौते पर सितंबर 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बांग्लादेश दौरे के दौरान हस्ताक्षर होने थे, लेकिन ममता बनर्जी की आपत्तियों के कारण आखिरी क्षण में इस समझौते को स्थगित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने बांग्लादेश के साथ तीस्ता जल बटवारा समझौते का विरोध करते हुए कहा था कि उत्तर बंगाल के लोगों को एक बूंद पानी भी नहीं मिलेगा।
उन्होंने 2017 में कहा था, तीस्ता सूख रही है। अगर हम इसके पानी का बंटवारा करेंगे तो सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी के लोगों को दिक्कत होगी, किसान खेती नहीं कर पाएंगे। तीस्ता बांग्लादेश के लिए महत्वपूर्ण है, खासतौर से दिसंबर से मार्च की अवधि के दौरान जब पानी का बहाव 5,000 क्यूसेक से घटकर 1,000 क्यूसेक पर पहुंच जाता है।