Bengal Chunav: ममता को बड़ा झटका, टिकट मिलने के बावजूद सरला मुर्मू तृणमूल छोड़ भाजपा में हुई शामिल

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बड़ा झटका देते हुए मालदा के हबीबपुर से तृणमूल कांग्रेस की प्रत्याशी सरला मुर्मू ने टिकट मिलने के बावजूद तृणमूल छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गईं। बंगाल में ये पहला मौका है जब किसी प्रत्याशी ने टिकट मिलने के बावजूद अपनी पार्टी छोड़ी है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Mon, 08 Mar 2021 01:48 PM (IST) Updated:Mon, 08 Mar 2021 07:53 PM (IST)
Bengal Chunav: ममता को बड़ा झटका, टिकट मिलने के बावजूद सरला मुर्मू तृणमूल छोड़ भाजपा में हुई शामिल
सरला मुर्मू ने प्रत्याशी घोषित होने के बावजूद तृणमूल छोड़ दी।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सियासत में कोई किसी का सगा नहीं होता। राजनीति में कब क्या हो जाए किसी को पता नहीं। इस बात का ताजा उदाहरण बंगाल में देखने को मिला है। यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बड़ा झटका देते हुए मालदा के हबीबपुर से तृणमूल कांग्रेस की प्रत्याशी सरला मुर्मू ने टिकट मिलने के बावजूद तृणमूल छोड़ दी और सोमवार को भाजपा में शामिल हो गईं। बंगाल में ये पहला मौका है, जब किसी प्रत्याशी ने टिकट मिलने के बावजूद अपनी पार्टी छोड़ी है। मुर्मू ने कोलकाता स्थित भाजपा के चुनाव कार्यालय में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय की मौजूदगी में भाजपा का झंडा थामा।

सरला मुर्मू के साथ मालदा जिला परिषद के 14 सदस्यों व अन्य नेताओं ने भी भाजपा का दामन थामा। इनमे ंमालदा जिला परिषद के अध्यक्ष गौर चंद्र मंडल और तृणमूल के जिला कॉॢडनेटर अमलान भादुड़ी भी शामिल हैं। इसी के साथ मालदा जिला परिषद पर भाजपा का कब्जा हो गया। इधर, सरला मुर्मू के पार्टी छोडऩे के बाद तृणमूल ने प्रदीप बास्के को हबीबपुर से चुनाव मैदान में उतारा है।

इससे पहले तृणमूल ने बयान जारी करके कहा कि हबीबपुर सीट पर वह अपना उम्मीदवार बदल रही है, क्योंकि सरला मुर्मू का स्वास्थ्य खराब है। लेकिन, भाजपा में शामिल होकर उन्होंने स्वास्थ्य खराब होने के तृणमूल के दावे पर पानी फेर दिया। दरअसल सरला मुर्मू पुराना मालदा सीट से चुनाव लडऩा चाहती थीं, लेकिन तृणमूल ने उन्हेंं इसकी बजाय हबीबपुर से टिकट दे दिया, जिसकी वजह से वह नाराज थीं।

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