Provocative speech case: कलकत्ता हाई कोर्ट में गूंजा मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म का सुपरहिट डायलाग, लगे ठहाके
कलकत्ता हाई कोर्ट में मशहूर फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म का सुपरहिट डायलाग गूंजा जिसे सुनकर ठहाके लगने लगे। दरअसल मिथुन द्वारा कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान अपने संबोधन में बोले गए डायलाग संबंधी मामले पर सुनवाई चल रही थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कलकत्ता हाई कोर्ट में मशहूर फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म का सुपरहिट डायलाग गूंजा, जिसे सुनकर ठहाके लगने लगे। दरअसल न्यायाधीश कौशिक चंद की अदालत में मिथुन द्वारा कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान अपने संबोधन में बोले गए डायलाग संबंधी मामले पर सुनवाई चल रही थी।
मिथुन ने बंगाल विधानसभा चुनाव के समय हुई उस सभा में कहा था कि वे पानी के सांप नहीं बल्कि कोबरा हैं, जिसके एक दंश से लोग तस्वीर बनकर दीवाल पर लटक जाते हैं। उनके इस डायलाग के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने कोलकाता के मानिकतल्ला थाने में एफआइआर दर्ज कराकर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया था। इस डायलाग को चुनाव बाद हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। एफआइआर के खिलाफ मिथुन ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसपर सुनवाई चल रही थी।
सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने कहा कि वे खुद से उस डायलाग को सुनना चाहते हैं। इसके बाद डायलाग बजाने की व्यवस्था की गई। डायलाग सुनने के बाद न्यायाधीश कौशिक चंद ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि इस डायलाग का चुनाव बाद हिंसा से क्या संबंध है।
इसपर मामलाकारी के अधिवक्ता ने विभिन्न तरह की दलीलें पेश कीं। इस मामले पर सुनवाई पूरी हो चुकी है हालांकि न्यायाधीश ने अभी अपना फैसला सुरक्षित रखा है। अब देखना है कि फैसला मिथुन के पक्ष में जाता है अथवा मामलारी की तरफ, वैसे विधानसभा चुनाव के बाद से ही मिथुन भाजपा से दूरी बनाकर चल रहे हैं।